बहु को बेटी मानो राज मिलेगा – सरिता सिंह : Moral Stories in Hindi

एक शादी के कार्यक्रम में राजन की श्रद्धा से मुलाकात हुई…. श्रद्धा पीले रंगका सलवार पहले सहेलियों को मेहंदी लगा रही थी लंबे खुले बालों के बीच कुंदन जैसा चमकता हुआ चेहरा एक अलग ही अभावी खेल रहा था यह दुल्हन की सहेली थी… दुल्हन यानी की राजन के मां की लड़की… श्रद्धा का ऐसा … Read more

मां की बातों का क्या बुरा मानना – पूनम भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

तन्मय ने अपनी पसंद से शादी तो कर ली।लेकिन सरिता जी को अपनी बहू तनिषा रत्ती भर भी पसंद नही थी।उन्हें तनिषा का ऑफिस जाना… तन्मय को नाम लेकर बुलाना बहुत अखरता था। तनीषा का चुलबुलापन जहां सबको लुभाता वहीं सरिता जी जल भुन जाती। वह तनीषा को सुनाने से चूकती नही थी, मगर तनीषा … Read more

मायका का सम्मान – शुभ्रा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

विजया की भाभी ने जब सुना कि आज विजया के ससुराल वालो को उसकी सास ने आज रात खाना पर बुलाया है तो उसने बहुत हंगामा किया और कहा कि मै खाना नहीं बनाउंगी। इस बात को विजया और उसकी देवरानी ने सुन लिया। यह बात जानने पर उसके पति ने उसे खूब डांटा। विजया … Read more

हाय राम ! मेरी तो तकदीर ही फूट गई जो ऐसी बहु आई| – प्रीति श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

शारदा देवी की आँखें मंदिर के सामने बैठे-बैठे भर आई थीं। उनकी हथेलियों में जपमाला थी, पर मन जप में नहीं, अपने बिखरे हुए घर में उलझा हुआ था। हर दिन जैसे एक ही वाक्य उनके होंठों से निकलता – “हाय राम! मेरी तो तक़दीर ही फूट गई जो ऐसी बहू इस घर में आई।” … Read more

सोच बदल गयी – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

देवकी जी के सीने में उबलते ज्वालामुखी के लावा जैसे धधक रहा था जब उनके बेटे निखिल ने एक दिन घर आकर कहा , “मां, मैंने शादी कर ली है।” “किससे?” “उससे,… कोमल की ओर इशारा करते हुए माँ से कहा  वही ऑफिस वाली।” देवकी जी ने माथा पीट लिया। “हाय राम! पढ़ी-लिखी और ऊपर … Read more

बेस्ट सास-बहू जोड़ी – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

अम्मा ! भाभी से बात कर ली क्या आपने ? कौन सी बात …. और उससे मैं क्यों बात करुँगी किसी भी बारे में? मैं क्या उसकी धौंस में रहती हूँ । अरे अम्मा, बताया तो था कि मेरी बड़ी ननद की देवरानी की बेटी की कोई ट्रेनिंग है , एक महीने की …. तो … Read more

हाय राम! मेरी तो तकदीर ही फूट गई जो ऐसी बहू मिली – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

“हमें दहेज वहेज कुछ नहीं चाहिए बहन जी!जिसने अपने जिगर का टुकड़ा अपनी बेटी दे दी  बस यूं समझिये हमें तो जैसे सारे जहाँ की दौलत मिल गई और हमें क्या चाहिए?” मुकुल जी ने हाथ जोड़कर शीला जी से कहा! शीला जी की इकलौती बेटी मैना को मुकुल जी के बेटे मदन ने एक … Read more

हाय राम मेरी तकदीर ही फूट गई जो ऐसी बहू आईं – सविता शर्मा : Moral Stories in Hindi

नवीन नूतन की शादी को ६वर्ष  बाद एक बेटा हुआ । बड़े लाड़-प्यार से पाला।हर ख्वाहिश उसकी पुरी करी। पढ़ाई में  बहुत ही होशियार था। हमेशा अव्वल नंबर से पास होता था। बेटा पढ़ाई करके नौकरी में लग गया माता-पिता ने कहा अब शादी कर देते हैं बेटे ने कहा पापा अभी नहीं मुझे अभी … Read more

नज़र बदलो, नजारे बदल जाऐगें – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

   “ हैलो, हैलो , कैसी हो दीदी?” मोबाईल पर छोटी बहन शवेता का नाम देखकर मंजुला ने अनमने से होकर फोन उठाया, “ ठीक हूं बहना, जो समय बीत जाए, वो ही अच्छा”।        हर समय खुश रहने वाली और हर पल का आनंद लेने वाली मंजुला दीदी के मुख से ऐसी बात सुनकर शवेता बहुत … Read more

भाग्य – खुशी : Moral Stories in Hindi

रीता जी एक घरेलू महिला थी जिनका सारा वक्त अपने घर को संवारने और साफ रखने में बीतता।हर चीज आइने की तरह चमकती 10 साल पुरानी चीज भी ऐसा लगता कल ही शोरूम से आई है।उनके पति रितेश का स्कूटी और बाइक का शोरूम था। एक बेटी आदर्श और बेटी स्वाति थी।आदर्श ने MBA किया … Read more

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