नज़र बदलो, नजारे बदल जाऐगें – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

   “ हैलो, हैलो , कैसी हो दीदी?” मोबाईल पर छोटी बहन शवेता का नाम देखकर मंजुला ने अनमने से होकर फोन उठाया, “ ठीक हूं बहना, जो समय बीत जाए, वो ही अच्छा”।        हर समय खुश रहने वाली और हर पल का आनंद लेने वाली मंजुला दीदी के मुख से ऐसी बात सुनकर शवेता बहुत … Read more

भाग्य – खुशी : Moral Stories in Hindi

रीता जी एक घरेलू महिला थी जिनका सारा वक्त अपने घर को संवारने और साफ रखने में बीतता।हर चीज आइने की तरह चमकती 10 साल पुरानी चीज भी ऐसा लगता कल ही शोरूम से आई है।उनके पति रितेश का स्कूटी और बाइक का शोरूम था। एक बेटी आदर्श और बेटी स्वाति थी।आदर्श ने MBA किया … Read more

हाय राम। मेरी तो तकदीर ही फूट गई जो ऐसी बहू आई : डॉ. इन्दुमति सरकार : Moral Stories in Hindi

गोपाल प्रसाद की आँखें उस दिन भीग गईं जब बहू मेघना ने उनके हाथ से छीनकर पूजा की थाली उलट दी। “ये ढकोसला बंद करो बाबूजी! मैं इस घर को 21वीं सदी में ले जाऊँगी” वह चिल्लाई।   मेघना आईआईटीयन थी – उसके लिए संस्कार ‘मिथ’, पूजा ‘टाइम वेस्ट’ और सास-ससुर ‘आउटडेटेड सॉफ्टवेयर’ थे। गोपाल प्रसाद … Read more

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