सास को बहु की तकलीफ  नहीं दिखती । – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi

रमा,बहु ! जरा पानी तो लाना !  जी माँजी !अभी लाई कहकर उसने अपने आटे से सने हाथों को धोया और दौड़ते हुए ,एक गिलास पानी ले आई ,वो जानती है ,यदि मम्मी जी के आदेश का पालन होने में तनिक भी देर हुई तो मम्मीजी ,नाराज हो जायेंगीं। लीजिये !मम्मी जी ! क्या कर … Read more

सच्चाई बर्दास्त नहीं होती – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

अमृता जी की देवरानी, पुष्पा जी, शाम के वक़्त उनके घर पर आई और अमृता जी की बहू से पूछा कि तुम्हारी बुआ सास जब तुम्हारे यहाँ आई थीं तो तुम्हारी सास ने उनसे ऐसा क्या कह दिया है कि वह यहाँ से खूब गुस्से में घर गई? ” अमृता जी की बहु थोड़ा अचरज … Read more

सास को बहू की तकलीफ़ दिखाई नहीं देती – ज्योति आहूजा :

अगस्त का दूसरा हफ्ता था। हरियाणा के अम्बाला में हल्की उमस और फुहारों के बीच त्योहारों की दस्तक महसूस की जा सकती थी। सड़कों पर रक्षाबंधन की राखियाँ, मिठाइयाँ और मेहंदी की दुकानें सजी थीं। और इस शहर के एक पुराने, आत्मीय मोहल्ले में — शारदा देवी का घर आज भी उसी गरिमा से खड़ा … Read more

सास को बहु की तकलीफ़ नहीं दिखती – डॉ बीना कुण्डलिया :

आज सुबह से ही नम्रता का सर चकरा रहा पेट में भी रह रह कर दर्द सा हो रहा। जैसे तैसे करके सुबह नाश्ता निपटाया आराम करने कमरे में चली गई सोचा थोड़ी देर बाद दवाई खाकर आराम आयेगा तो बाकी का काम भी निपटा ही लुंगी सब वैसे ही पड़ा रहने दिया। तभी सासूमां … Read more

सास को बहू की तकलीफ नहीं दिखती – प्रतिभा परांजपे : Moral Stories in Hindi

 आशा ने घड़ी देखी, सुबह के 6:00 बजे थे वह उठ गई ।निवृत हो कर वह चाय का कप लेकर कमरे में बैठी ही थी कि, बेटे के कमरे से बहू और बेटे की  ‘तू -तू मै -मै’ की आवाज आने लगी जो धीरे-धीरे झगड़े की तरफ बढ़ने लगी।  आशा का मन चिंतित हो उठा। … Read more

घर का आधार – प्रतिमा पाठक : Moral Stories in Hindi

ममता जब ब्याह कर इस घर में आई थी, तबसे ही उसकी दुनिया बदल गई थी। नए रिश्ते, नई जिम्मेदारियाँ और सबसे बड़ी बात हर पल खुद को साबित करने की चुनौती। ममता स्वभाव से सीधी-सादी, समझदार और मेहनती थी। उसने आते ही पूरे घर की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली थी। सुबह सबसे … Read more

हर घर की कहानी – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

   मोहिनी, आकर्ष को लेकर घर लौटी तो पाया कि दोनों ननदें आई हुई थीं। दोपहर के दो बज रहे थे। जब मोहिनी, आकर्ष को लेने स्कूल गई थी तब तक तो कोई भी नहीं आया था और न ही सासू माँ अंजू ने ऐसा कुछ ज़िक्र किया कि दोनों ननदें आने वाली हैं। ख़ैर, उन्हें … Read more

क्या तुम्हारा बच्चा अनोखा है? – रेखा सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रीमा एक पढ़ी-लिखी, समझदार और संस्कारी लड़की थी जिसकी शादी एक बिजनेसमैन अर्जुन से हुई। अर्जुन का अधिकतर समय शहर से बाहर मीटिंग्स में बीतता। ससुराल में रीमा के साथ सास, ससुर, दो कॉलेज जाती ननदें और एक देवर रहते थे। रीमा ने कभी किसी बात की शिकायत नहीं की, ससुराल को अपना घर समझ … Read more

स्वार्थी सासु – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

रमोला और अमन की दोस्ती धीरे धीरे परवान चढ़ी और एक दिन भी बिना मिले, दोनों रह नहीं पाते थे। दसवीं तक रोज पढ़ाई लिखाई भी एक साथ करते। और 1995 के समय में आज की तरह खुल्लमखुल्ला इश्क की बातें नही कर सकते थे। अमन इंजीनियरिंग पढ़ने मुम्बई चले गए और रमोला उसी शहर … Read more

सास को बहू की तकलीफ नहीं दिखती है – मीनाक्षी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

एक बड़े से घर में निर्मला देवी रहती थीं।  उनका स्वभाव कड़क और अनुशासन भरा था। पूरे घर में उनका ही नियम चलता था। बच्चों को समय पर उठाना, समय पर खाना खिलाना, समय पर पढ़ाना और थोड़ी बहुत कसरत भी करवाना, यह सब उनके रोज़ के नियम थे। घर का हर काम घड़ी की … Read more

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