बहू के मायके से आए लडडू !! – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

सुनीता जी ने पुरी रसोई छान मारी मगर उन्हें कहीं बेसन का डिब्बा नजर नहीं आया , उनके पति मुकेश जी को बारिश के मौसम में पकोडे खाने का बहुत मन कर रहा था , वे बाहर बरामदे में बैठे पकोड़ो और चाय का इंतजार कर रहे थे !! सुनीता जी को याद आया कि … Read more

“कर्मा लौट कर आते हैं।” – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

सुबह की हल्की धूप में, मालती जी सब्ज़ी खरीदने निकली थीं। घर के कामों की जल्दी, फोन पर बेटी की कॉलेज फीस की चिंता, और पास वाले प्लंबर की बकाया रकम का हिसाब — सब एक साथ दिमाग में घूम रहा था। वो हड़बड़ाहट में सब्ज़ी वाले को पैसे देकर आगे बढ़ गईं। दोपहर में … Read more

वक्त से डरो – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

अरे! क्या हुआ इतनी रात में लगभग चार-पांच दोस्त रमेश को लेकर घर आए …देवकी डर गई मेरे पति को क्या हो गया है?  रमेश कभी किसी की बात नहीं सुनता था बहुत जिद्दी प्रवृत्ति का था।  देवकी कई बार उसे सचेत कर रही थी कि तुम वक्त से डरो !अपने ऊपर ध्यान दो अपने … Read more

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