डिजिटल अंगारे – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

आज वह स्क्रीन से नज़रें नहीं हटा पा रही थी। नेहा के फोन की नोटिफिकेशन बार धधक रहा था – एक के बाद एक टिप्पणियाँ, शेयर, टैग। सब एक ही लिंक की ओर इशारा करते थे – उसके खुद के डिज़ाइन स्टूडियो के आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट की गई एक वीडियो रील। रील में … Read more

अंगारे उगलना – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

तुम दिन भर घर पर करती ही क्या हो…बच्चे भी स्कूल चले जाते हैं। मैं भी सुबह का गया ऑफिस से शाम को ही लौटता हूं। हमारे जाने के बाद आराम ही तो करती हो और गुस्से में अपनी ऑफिस वाली बैग और टिफिन लेकर निकल पड़ा। यह साहिल की रोजमर्रा की आदत थी । … Read more

” पिता का आशीर्वाद ” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” पापा कब छोड़ेंगे आप अपना गँवार पन , इतनी इज्जत कमाई है मैने अपनी मेहनत के बल, सब मिट्टी मे मिलाने मे लगे हो आप !” मेहमानों के जाते ही अरुण मानो अंगारे उँगलने लगा। ” बेटा मुझे पानी पीना था कमरे मे था नही बस इसलिए रसोई मे पानी लेने जा रहा था … Read more

अंगारे उगलना – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi

हरि का दोस्त मनोहर बाहर से आवाज दे रहा था “अरे ओ हरि! खेलना नहीं है क्या आज? “हांँ-हांँ चलता हूँ”   हरि व मनोहर अच्छे दोस्त थे। एक ही मोहल्ले में रहते थे। साथ खेलते साथ ही शाला जाते थे। हरि के पापा एक प्राइवेट कंपनी में  काम करते थे। उनकी कमाई से घर आसानी … Read more

अंगारे उगलना – खुशी : Moral Stories in Hindi

रवि मां बाप का लाडला बेटा था।1 बहन आरती और भाई विशाल था।पिताजी सरकारी नौकरी में थे मोतीलाल मां सरिता देवी गृहिणी थीं पर पति और रवि को अपने काबू में कर रखा था।रवि का बहुत बड़ा डिपार्टमेंटल स्टोर था। उसकी शादी सविता से हुई । समय के साथ पिता जी का स्वर्गवास हो गया। … Read more

मिसरी सी बतियां – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मां ये करेले का जूस वैसा ही पड़ा है।इसको कौन पियेगा।सुबह से झक मार रही हूं मैं।जूस निकालने में कितनी मेहनत और समय लगता है आप क्या जाने बैठे बैठे पीने को मिल जाता है फिर भी पिया नहीं जाता आपसे..निमी की तीखी आवाज से मां जी झट से बिस्तर पर उठ कर बैठ गईं … Read more

स्नेह का बंधन – रचना गुलाटी : Moral Stories in Hindi

आज मीरा का मन बहुत बेचैन था। उसे अपनी माँ की बहुत याद आ रही थी। माँ की फ़ोटो हाथ में लेकर वह सुबक रही थी। कमरे के एक कोने में बैठी हुई अपनी माँ को याद कर रही थी। उसकी माँ उसके बचपन में ही उसे छोड़कर भगवान के पास चली गई थी। उस … Read more

अंगारे उगलना – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

परीक्षा के परिणाम घोषित हो गये थे। हमेशा अव्वल आनेवाली विद्या प्रतियोगी परीक्षा में पीछे रह गयी थी। आंसू झरझर बह रहे थे। कितने सपने संजोये थे उसने। कितने अरमान थे माँ के। पापा से बिछडने के बाद माँ बेटी एक दूजे का सहारा, संबल थी।  उसे पता है, माँ अकेली होती है तब खूब … Read more

बेटी होना पाप नहीं – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

माँ, पापा कहाँ है, पूछते हुए दामिनी रसोईघर मे घुसी। अरे! यह क्या कर रही है? बाहर से आकर सीधे रसोई मे घुस गईं, और यह क्या ना प्रणाम ना गले लगना,बस आते ही पापा कहाँ है। पहले मुझसे मिल ले फिर पापा की खोज खबर भी ले लेना।अब दामिनी को अपनी गलती का एहसास … Read more

error: Content is protected !!