ये कच्चे धागे – डॉ विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi
बस अड्डे के कोने में बैठी एक किन्नर चुपचाप आकाश की ओर देख रही थी। नाम था उसका— शिवाली। हाथों में चमकीली चूड़ियाँ, माथे पर सिंदूरी बिंदी और होंठों पर एक फीकी सी मुस्कान। लोग आते-जाते रहते, कुछ हँसते, कुछ ताने कसते, कुछ नजरें फेर लेते… लेकिन उसे अब इस सबसे कोई फ़र्क नहीं पड़ता … Read more