यह किसी को नहीं भूलना चाहिए कि भगवान सबकुछ देख रहा है – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

हाथ मत लगाना मेरे बच्चों को मां जी  आप तो मेरे बच्चे को खा ही  गई थी। डॉक्टर के पास ना ले जाती तो पता नहीं आज मेरे बच्चे का क्या हो जाता ।कुछ तो डरो भूमिका कैसी बात कर रही हो मेरा पोता है मेरे घर का चिराग है। इतनी मिन्नतें की है भगवान … Read more

सास की सेवा – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

नमिता जी का शव घर के आँगन मे रखा हुआ था। तुलसी के पौधा का गमला उनके सिरहाने रखकर उसमे कुछ अगरबत्ती जला कर गाड़ा हुआ था। मुख मे भी तुलसीपत्र रखा हुआ था। नमिता जी की आँखे बंद थी और चेहरे पर असीम शांति थी। लग रहा था जैसे बहुत बड़ी पीड़ा से आजाद … Read more

” बहु यह मत भूलो कि भगवान सब देखता है!!” – एकता बिश्नोई : Moral Stories in Hindi

“यह क्या रोज-रोज इतना तला भुना खाना बना लेती हो?अब इस उम्र में ये सब चीजें हमसे हजम नहीं होती। तुम्हें तो पता है तुम्हारे बाबूजी को डॉक्टर ने बिल्कुल हल्का-फुल्का खाना बता रखा है, फिर भी तुम रोज ही इतना गरिष्ठ खाना बना लेती हो,कभी तो कुछ हमारे हिसाब से भी बना दिया करो … Read more

*भगवान सब देखता है* – प्रतिमा पाठक : Moral Stories in Hindi

“बहू, ये मत भूलो कि भगवान सब कुछ देखता है!” — कहते-कहते लीला जी की आंखों से अश्रुधारा बह निकली। उनके चेहरे पर गहरी पीड़ा और असहायता साफ झलक रही थी। लीला जी एक साधारण, पर सुसंस्कृत परिवार की स्त्री थीं। उनके पति राजेन्द्र जी स्कूल शिक्षक रह चुके थे—ईमानदारी, सादगी और आदर्श जिनकी पहचान … Read more

बहु यह मत भूलो कि भगवान सब देखता है। – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

  आखिर सासु मां ने अपना अंतिम तीर यानी की अंतिम वाक्य छोड़ ही दिया, बहु यह मत भूलो कि भगवान सब देखता है। शांत भाव से सुनते हुए माधवी ने सासू मां के पैर छूते हुए कहा जी मां जी और अपना सामान लेकर कमरे से निकल गई।          भावना जी का एक बेटा और एक … Read more

बहू ये मत भूलो कि भगवान सब देखता है – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बेटा कई दिनों से कह रहा हूं कि मेरा चश्मा टूट गया है। मुझे बहुत दिक्कत होती है और दवाइयां भी खत्म हो गई है। तुम सब इतनी बार बाहर जाते हो, कितनी खरीददारी करते हो लेकिन मेरी जरूरतों को नजरंदाज कैसे कर सकते हो? सुरेश जी आज बहुत परेशान हो गए थे तब अपने … Read more

ऊपर वाले की नज़र – प्रतिभा  सिन्हा : Moral Stories in Hindi

” बहु, मुझे चक्कर  आ रहे हैं ।  तुम्हारे पापा ( ससुर जी ) को एक ग्लास  गर्म  पानी दे देना । उन्हें दवा खाना  है ।” कहते हुए  जैसे ही रमा देवी किचन   की चौखट से जैसे ही  बाहर निकलीं , वे अपने-आप  को सम्हाल  नहीं पाईं और चक्कर  खाकर धड़ाम  से गिर … Read more

बहू! ये मत भूलो भगवान सब देख रहा है! – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

“हमें अफसोस है लाख कोशिश कर के भी हम आपकी पत्नी को बचा नहीं सके”!आपरेशन थियेटर से निकल कर डाक्टर ने मुंह से मास्क उतार कर रमन से कहा! रमन हक्का बक्का सा कभी मां कमला जी को तो कभी अपनी दस साल की बेटी मानू को देख जमीन पर धम्म से बैठ गया!और मानू … Read more

फ़ैसला – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

संजीव ! जा एक बार अपनी माँ को आई० सी० यू० में जाकर देख कर आ …. बड़ा जी घबरा रहा है बेटा । बाबा , इस तरह बार-बार जाने नहीं देते …. अब तो शाम को ही जा सकते हैं । चलिए, आपको घर छोड़कर आता हूँ । अभी मीना और नीरा यहीं है … Read more

“जैसी करनी वैसी भरनी” – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

शहर के एक  मोहल्ले में रहने वाली जानकी जी ने अपने छोटे बेटे की शादी बड़े अरमानों से की थी। लड़का सरकारी नौकरी में था — हर महीने डेढ़ लाख रुपये कमाता था। दो बेटे थे उनके — दोनों ही पढ़े-लिखे, अच्छे संस्कारी और अपने-अपने घरों में व्यवस्थित। जानकी जी ने हमेशा यही सपना देखा … Read more

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