ज़ाहिल कोन- ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

वो सुबह-सुबह बस से उतरी थी — हाथ में छोटा-सा बैग, आँखों में सपना, और सलवार-कुर्ता जो आज की फैशन वाली दुनिया को शायद थोड़ा चुभता था। नाम था उसका शालिनी।यू पी के एक छोटे से कस्बे से आई थी, दिल्ली के नामी कॉलेज में बी.ए. करने। क्लास के पहले ही दिन उसका मज़ाक उड़ … Read more

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