जाहिल – रश्मि झा मिश्रा :

 Moral Stories in Hindi “…सुमन वह मैं बताना भूल गया.… कल मां का फोन आया था… आज शाम को मां पापा आने वाले हैं.…!” सुमन ने माथा पकड़ लिया… ” इतनी जरूरी बात तुम कैसे भूल सकते हो राजीव…!” ” क्या करूं… ध्यान ही नहीं रहा…!”  सुमन ने जल्दी-जल्दी कमरे का लुक बदलना शुरू किया… … Read more

जाहिल – डोली पाठक :

 Moral Stories in Hindi काका ओ काका!! कहां हो?? अपनी पूरी ताकत लगा कर चिल्लाते हुए हर दिन मंगलू जब सुनिल के घर आता तो सरिता जल भून कर रह जाती…. आ गया… जाहिल.. ना बोलने की तमीज है और ना आवाज में कोई मिठास है इसके…. चीखते हुए आता है तो जी करता है … Read more

जाहिल – डाॅ संजु झा :  Moral Stories in Hindi

65 वर्षीय विनय जी पत्नी की असामयिक निधन से शोकातुर थे। आरंभ में जिस पत्नी को गॅंवार-जाहिल समझते थे,कुछ दिनों बाद वही उनके दिल की धड़कन बन गई थी। उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनसे पन्द्रह साल छोटी पत्नी (रेखा) उन्हें उम्र के इस पड़ाव पर अचानक से छोड़कर चली जाएगी।रेखा उनकी … Read more

“हर बात के लिए बहु ही दोषी क्यों – कमलेश आहूजा :  Moral Stories in Hindi

ठंडी हवाएं चल रहीं थीं पर बारिश थम चुकी थी।रोहन जिद पर अड़ा हुआ था कि मॉल जाना है।रीना बोली,ऐसा क्या जरूरी काम है?जो बारिश के मौसम में मॉल जाना है,तो मुस्कुराते हुए रोहन बोला-“क्या बताऊँ यार,मैंने दो दिन पहले मूवी के टिकिट बुक कराए थे ये सोचकर कि इस संडे शाम को मॉल जाकर … Read more

जाहिल -सीमा सिंघी :  Moral Stories in Hindi

 आज मैं थोड़ी जल्दी उठ गई थी क्योंकि सुबह-सुबह की सैर बड़ी अच्छी होती है इसीलिए मेरे कदम खुद ब खुद सैर के लिए निकल पड़े ! गली के नुक्कड़ पर पहुंचते ही मैंने देखा ! कचरे के ढेर में से एक बच्चा रोटी का एक टुकडा जो कि बाकी  जूठन से पूरी तरह लिपटा … Read more

गलत से सबक, सही से सीख – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

ममता जी अपनी पोती  का बिब ही खोजने के लिए अंदर कमरे में जा रही थीं कि बेटे – बहु की ऊँची चीखती हुई आवाज़ उनके कानों में पड़ी और वो कमरे से बाहर ही ठिठक गईं । उनकी बहू मधुलिका अपने पति आलोक से बोल रही थी…”एकदम # जाहिल गंवार है तुम्हारी मम्मी ! … Read more

दो किनारे – बालेश्वर गुप्ता :  Moral Stories in Hindi

        सरिता जी की मानसिक उलझन सुलझ कर ही नही दे रही थी।अब उन्होंने सब कुछ ईश्वर पर छोड़ दिया था।जो हाथ मे न हो उसे मनुष्य भगवान भरोसे ही तो छोड़ता है।         सल्लू-हां-सल्लू नाम से ही तो सब उसे पुकारते थे।उम्र होगी तब मुश्किल से 5-6बरस।पड़ोस में ही मजदूरों की बस्ती में रहता था।उसका बाप … Read more

 जाहिल सास – ससुर – गीतू महाजन :  Moral Stories in Hindi

सैंडिल की खटखट सुनकर निलेश को अंदाज़ा हो गया था कि रीमा अपनी किटी पार्टी से घर आ गई थी।आते ही सोफे पर वह निढाल सी बैठ गई।राधा (काम वाली बाई)उसके लिए पानी ले आई जिसे पीकर उसने अपने लिए उसे ब्लैक कॉफी बनाने को कहा और मेज़ पर पैर रख अपना फोन चलाने लगी।निलेश … Read more

छोटी माँ – लतिका पल्लवी :  Moral Stories in Hindi

अंशु स्कूल से आया और आकर अपना बैग ड्राइंग हॉल में फेककर सीधे छोटी मम्मी विजया के कमरे में जाकर सो गया। उस समय उसकी छोटी मम्मी छत से कपड़े उठाने गईं थी। उसी वक़्त उनकी पड़ोसन भी अपने छत पर कपड़ा उठा रही थी। विजया को देखकर उसकी पड़ोसन बात करने लगी, अब कोई … Read more

मुझे एतराज़ है – रश्मि प्रकाश :  Moral Stories in Hindi

“ बस करिए पापा… इतना जहर कैसे उगल सकते हैं आप…. जो दिन रात आपके हर काम में लगी रहती है उसको जाहिल गंवार कहते आपकी ज़ुबान लड़खड़ाती क्यों नहीं है….अब तो आप माँ को ऐसे बोलना बंद कर दो…घर में नई बहू आ गई है ये सब देख कर वो क्या सोचेगी सोचा है … Read more

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