मन का टूटना – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi
संध्या के जेठ जी जैसे ही अपने कमरे से बाहर आए, बाहर उनका बेसब्री से इंतजार करने वाली संध्या नें उनसे पूछा दीदी की तबियत ठीक नहीं है क्या? कल शाम को तो वो ठीक थी।रात का खाना भी बनाया था।तबियत का क्यों पूछ रही हो? नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। दीदी अभी तक उठी … Read more