असमर्थ – डोली पाठक
अपनी बनाई हुई पेंटिंग पर नजरें टिकाए हुए उमा जी शून्य में कहीं खोई हुई थीं। फिजियोथैरेपिस्ट उन्हें कह रहा था,मैम जरा अपने हाथों और पैरों को हरकत किया किजिए… मेरे चले जाने के बाद आप बिल्कुल भी हाथ पांव नहीं हिलाती हैं… ऐसे तो आपको सुधरने में बरसों लग जाएंगे.. उमा जी उसकी बातों … Read more