चाबी – प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा : Moral Stories in Hindi

पिंकी और चिंकी दो बहनें थीं और साथ साथ विद्यालय जातीं। पिंकी कक्षा 5 तथा चिंकी कक्षा 4 में थी पिंकी पढ़ने में बहुत होशियार थी वह हमेशा प्रथम श्रेणी या द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण होती जबकि चिंकी बहुत मुश्किल से उत्तीर्ण हो पाती। इसी वजह से पिंकी की तो विद्यालय तथा घर में सभी … Read more

साज़िशें – लक्ष्मी त्यागी :  Moral Stories in Hindi

उमा देवी ने, आज फेसबुक पर देखा ,आज फिर एक लड़की के जीवन की बलि ‘दहेज़ रूपी दानव’ ने ले ली। उन चित्रों को देख, उनकी आँखों में आंसू आ गए। वो सोचने लगीं ,उनके अत्याचारों को वो सहन न कर सकी होगी। शीघ्र ही साहस छोड़ दिया होगा।  कुछ दिन और जी लेती ,महारानी … Read more

साजिश – हेमलता गुप्ता :  Moral Stories in Hindi

राशि ने  शादी के 1 महीने बाद ही जब अपने गर्भवती होने की सूचना परिवार को दी तो परिवार में एक खुशी तो थी पर एक आश्चर्य सा भी था, जहां आजकल की लड़कियां शादी के दो-तीन साल तक बच्चा नहीं चाहती वही राशि  ने तो अगले महीने ही यह समाचार दे दिया! राशि का … Read more

साजिश – के आर अमित : Moral Stories in Hindi

अगली सुबह जब वो उसी जगह गया तो उसका भाई खून से लहूलुहान था, मगर जिंदा था और तड़प रहा था। उसने सोचा कि अगर इसे बचाने की कोशिश करूंगा या हॉस्पिटल लेकर जाऊंगा तो ये बात पुलिस तक पहुँच जाएगी और वो फँस जाएगा। इसलिए उसने उसे उसी हालत में मरता छोड़कर वहाँ से … Read more

अनुत्तरित – उमा महाजन :  Moral Stories in Hindi

      पिछले सप्ताह उनके एक पड़ोसी मित्र का सपरिवार हमारे घर पर आना हुआ । इतवार का दिन था,सो वे लोग आराम से बैठ कर गपशप करने के मूड में  आए थे । मैं स्वयं बिजली विभाग में एस.डी.ओ. के पद पर कार्यरत हूँ और वे नगर के एक प्रतिष्ठित सफल व्यापारी हैं।       अलग-अलग कार्य-क्षेेत्रों से … Read more

साजिश – प्रतिमा श्रीवास्तव :  Moral Stories in Hindi

एक साज़िश के तहत अजय को फंसाया गया था।वो अपनी सफाई में लड़ते – लड़ते हार चुका था क्योंकि कोई भी मानने को तैयार ही नहीं था कि अजय ने कुछ नहीं किया था। अजय जिस आफिस में काम करता था वहां चमचों का ही बोलबाला था। इमानदार होना ही उसके लिए मुसीबत बन गई … Read more

साथ अपनों का – प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi

“घबराने की जरूरत नहीं है, थोड़ी बहुत चोटें आईं है, कुछ दिनों में ठीक हो जाएंगी…..आप कॉल करके किसी को बुला लीजिए जिससे वह आप दोनों को घर ले जाएंगे….” डॉक्टर भास्कर ने स्मिता और उसके 8 वर्षीय बेटे की पट्टी करके स्मिता से कहा। आज स्मिता अपने बेटे के साथ मार्केट से लौट रही … Read more

error: Content is protected !!