आपने मेरे लिए क्या किया है – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

“आपने मेरे लिए क्या किया है?” बेटे रोहन के मुंह से ऐसे कठोर शब्द सुनकर सरिता की आंखों में आसूं आ गए।जिस बेटे को इतने नाजों से पाला अपनी रातों की नीद कुर्बान की वही आज उसकी परवरिश पे सवाल कर रहा था वो भी बहु प्रिया के सामने जिसने आते ही पूरी तरह से … Read more

फैसला —  संध्या त्रिपाठी: Moral Stories in Hindi

    बात उन दिनों की है मानसी एक सशक्त सयुंक्त परिवार का हिस्सा हुआ करती थी, संयुक्त परिवार की मिशाल के रूप में उसके परिवार का नाम लिया जाता था….!! सुंदर, सुशील और सबसे बड़ी बात सुलझी हुई व्यक्तित्व की मालकिन मानसी…. मझली बहू के रूप में इस सशक्त परिवार की हिस्सा बनकर आई थी…! सासू … Read more

मुखौटे – करुणा मलिक: Moral Stories in Hindi

कई दिन से रेशमा का मन उदास था । पिछली गली में रहने वाली उसकी छोटी बहन राखी बीमार थी । रेशमा को अकेले जूता  फ़ैक्ट्री में जाना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था पर क्या करे ? मज़दूर अगर मज़दूरी पर नहीं जाएगा तो शाम को खाएगा क्या ? बस यही सोचकर वह काम पर … Read more

मेरा पति कमा रहा है, मै क्यों समझौता करूं ? – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

बहू, फिर से शॉपिंग !!अभी दस दिन पहले ही तो तुम गई थी, और ये सेल का इतना सामान फिर से ले आई इनमें पैसे बर्बाद मत किया करो, भारती जी ने समीक्षा को टोका तो उसका पारा चढ़ गया। मम्मी जी, मेरा घर है, मेरा पति कमा रहा है, आपको क्या तकलीफ़ हो रही … Read more

समझौता अब नहीं – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

मीता दुबली पतली ‘नाजुक सी प्यारी लड़की ।पढ़ाई मे ठीक ठाक ।पिता को बहुत मन था बेटी डाक्टर बने।लेकिन पैसे की कमी और हालात के चलते यह सपना पूरा नहीं हो सका। ग्रेजुएट हो गई तो शादी की तैयारी होने लगी ।बहुत जगह बात चलती और फिर खत्म हो जाती ।कहीं पैसे की मांग ‘कहीं … Read more

पैसा है तो सब है – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

अरे विमला बहन कौन आया था मिलने? काफी गुस्से में लग रही थी? आखिर कौन थे वह? कुंती जी ने कहा  विमला जी: वह मेरे बेटे बहू है  कुंती जी:  अच्छा इन्हीं की वजह से तुम यहां हो? अब क्या ही किया जाए? हर किसी की यही कहानी है, इन बच्चों को पालने में अपना … Read more

कितनी बार समझौता – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 आज अविनाश के माता-पिता, अविनाश के साथ अंकिता को देखने उसके घर गए थे। उन्हें अपने बेटे अविनाश के लिए अंकिता बहुत ज्यादा पसंद आई। अंकिता एक पढ़ी-लिखी,मधुर व्यवहार वाली और सुंदर लड़की थी।   अपना एम बी ए पूरा करने के बाद, वह नौकरी  देख रही थी, कि तभी उसके लिए अविनाश का रिश्ता आ … Read more

समझौता अब नहीं – पूनम सारस्वत : Moral Stories in Hindi

सुनिए कल सुबह मुझे सात बजे की बस पकड़नी है ऋषिकेश के लिए। कल सुबह? ऋषिकेश? किसलिए? आनंद जैसे नींद से जागा हो,इस तरह चौंक गया। अरे मैंने आपको बताया तो था कि मैं अब कुछ दिन के लिए प्रकृति की गोद में रहना चाहती हूं, यहां की भागम भाग से आजिज आ चुकी हूं … Read more

“समझौता… अब नहीं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूनम जब से इस घर में बहू बनकर आई है वह देख रही है सारे काम तो वह स्वयं करती है किंतु दूध के समय मम्मी जी सबका दूध तैयार करती है उसमें से पूनम और खुद का दूध आधा गिलास करती है बाकी पापा जी, पतिदेव, देवर जी और दोनों नंदो का, हमेशा पूरा … Read more

गहने – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

आभूषण की दुकान में गौरी ने आभूषण दिखाते हुए सुमित्रा जी से पूछा….”माँ जी ! ये सारे तो फाइनल हो गए, और कुछ देखना है या बिल बनवाएं ..? सुमित्रा जी ने कहा…”ये तो केतकी (पोता बहु) के गहने हो गए । इसी डिजाइन में थोड़े हल्के एक सेट और ले ले । “एक सेट … Read more

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