सच्चा प्यार – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

  मंजरी अपने ही ख्यालों में बेखबर स्कूटी चलाए जा रही थी कि लाल बती को देख जैसे उसकी तद्रां टूटी तो एकदम से उसने ब्रेक लगाई, वो तो बचाव हो गया वरना तो आगे वाली गाड़ी में लग जाती।मंजरी को समझ नहीं आ रहा था कि उत्सव आजकल अजीब सा बर्ताव क्यूं कर रहा है।  … Read more

“विश्वास की डोर” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

कहते हैं पति-पत्नी से नाजुक रिश्ता कोई नहीं होता और इससे मजबूत रिश्ता भी कोई नहीं होता। दो अजनबी एक ही रास्ते के मुसाफिर बन जाते हैं जिनकी मंजिल भी एक ही होती है। विश्वास इस संबंध की सबसे बड़ी कड़ी है और जब वह विश्वास इस रिश्ते में से चला जाता है तो शक … Read more

अपने हुए पराए – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

सरोज जी को औलाद न होने से सुंदर से लगाव हो गया था ,ससुर के समय से ही जब गिरधारी लाल चौकीदारी करता था। तब वह अपने बेटे को हवेली ले आता, क्योंकि उसकी पत्नी जन्म देते ही गुजर गयी, जिस कारण गिरधारी लाल हमेशा सुंदर को साथ रखता,तब सरोज बड़े ही प्यार से उसे … Read more

विश्वास की डोर – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जानकी.. आजकल मन बहुत व्यथित हो रहा है एक डर है जोमुझे अंदर ही अंदर खाए जा रहा है समझ नहीं आ रहा तुमसे कैसे कहूं.? कहूंगा तो तुम हंसोगी, 70 वर्षीय रामनारायण जी ने अपनी पत्नी जानकी से कहा! तब जानकी बोली… नहीं जी बिल्कुल नहीं हंसूंगी आप बताइए तो सही आपको ऐसा कौन … Read more

विश्वास की डोर – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

ऑफिस में बैठे आलोक के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। “हैलो…?” फोन उठाते ही एक जानी-पहचानी आवाज़ सुनाई दी — “भैया… मैं सावित्री बोल रही हूँ।” “अरे, तुम दोपहर में कॉल क्यों कर रही हो? सब ठीक है?” आलोक ने पूछा। “भैया… मैं कल से काम पर नहीं आऊँगी। भाभी से कह … Read more

माँ-बेटी का रिश्ता – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रीना की बेटी प्रज्ञा एक सीधी-सादी, शांत स्वभाव की लड़की थी। बचपन से ही उसने कभी झूठ नहीं बोला था। रीना को उस पर आंख बंद करके भरोसा था। प्रज्ञा अपनी माँ से हर छोटी-बड़ी बात साझा करती थी — चाहे वह स्कूल की परेशानी हो, कोई दोस्ती का किस्सा, या दिल की कोई उलझन। … Read more

विश्वास की डोर – मीनाक्षी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बड़े शहर की तेज़ रफ़्तार में, जहाँ हर कोई अपनी धुन में भागा जा रहा था, वहीं एक  घर की पहली मंज़िल पर, आरोही ने अपना नया ठिकाना बनाया था। वह एक अनाथ लड़की थी ( माता पिता की एक एक्सिडेंट में मृत्यु होने के बाद दूर के रिश्तेदारों ने भी अपना पल्ला झाड़ लिया … Read more

विश्वास की डोर – के आर अमित : Moral Stories in Hindi

अब हर रोज वो गुड मॉर्निंग गुड़ नाईट का मैसेज करता। खाना खाया की नही क्या बनाया आज बगैरह बगैरह। काफी दिन तक राधा उसे नजरअंदाज करती रही मगर मैसेज पढ़ती रोज थी ये बात साकिब को पता थी। कुछ दिन बाद साकिब ने शुभरात्रि का मैसेज किया किस्मत से राधा उस बक्त ऑनलाइन थी। … Read more

विश्वास की डोर – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जब-जब भी माधवी घर आती थी तो सासु मां को अपनी बेटी में सारे गुण ही नजर आते थे और बहुरानी में अवगुण। घर में ही बहुत बार भाभी रीना और ननद माधवी में टकराव की स्थिति पैदा हो जाती थी। सासु मां भी माधवी के घर आने पर बुढ़ापे की बीमारियों का रोना रोने … Read more

विश्वास की डोर – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

दरवाज़े की कुंडी लगाकर वो धीमे-धीमे कमरे में आई। ऑफिस से लौटे हुए सिर्फ एक घंटा बीता था, मगर ऐसा लग रहा था जैसे एक युग बीत गया हो। बैग को टेबल पर रखने के बजाय वो फर्श पर सरका दिया। जूते वहीँ पड़े थे, एक उल्टा… एक सीधा, जैसे उसके भीतर का संतुलन। कमरे … Read more

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