विश्वास की डोर – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

माॅं का अपने बच्चों के साथ विश्वास की डोर किसी भी परिस्थिति में ढ़ीली नहीं पड़ती है।उसे अपनी संतान पर पूर्ण विश्वास रहता है,भले ही उसकी संतान उसके विश्वास पर खरा उतरे या न उतरे। कथा नायिका सीमा को सुबह से ही चक्कर और उल्टियाॅं हो रहीं थीं। उसकी शादी के आठ वर्ष बीत  चुके … Read more

विश्वास की डोर – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

नेहा जल्दी तैयार हो जाओ। पार्टी कब की शुरू हो गई होगी। अजय जिसकी ऑफिस की पार्टी थी, बहुत देर से अपनी पत्नी नेहा को बुला रहा था। जी अभी आई, बस 5 मिनट और। नेहा खूबसूरत तो थी ही। गुलाबी साड़ी और हल्के मेकअप ने उसकी सुंदरता में चार चांद लगा दिए थे। कैसी … Read more

विश्वास की डोर – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अनूज और काया की जोड़ी ऐसी थी जैसे ये एक दूसरे के लिए ही बने हों। बहुत प्यार,समझ और एक दूसरे के लिए सम्मान था।काया के नाक नक्श तीखे,कमर तक काले घने बाल और डील डौल भी बहुत अच्छा, ऐसा लगता था कि फुर्सत से बनाया है भगवान ने। अनूज साधारण सा दिखने वाला कद … Read more

छल – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

                        ९० वर्षीय मां बिलख-बिलख कर रो रहीं थीं और बीच-बीच में अपने बेटे-बहू को भी कोसती जा रही थीं  ‘तुम लोगों ने मेरे साथ इतना बड़ा छल क्यों किया ? मेरे पौत्र, मेरे जिगर के टुकड़े को मुझे पूछे-बताए बिना विदेश भेज दिया और मुझे कानों कान किसी ने भनक तक न लगने दी। हे … Read more

विश्वास की डोर – खुशी : Moral Stories in Hindi

विश्वास एक बहुत बड़ी बात है यूं ही कोई हम पर यकीन कर अपना सब कुछ समर्पित नहीं करता यूंही कोई अपना दिल खोल कर नहीं रखता।कोई लड़की विश्वास के आधार पर ही नए घर आती हैं अपने पति को वो सबसे ज्यादा विश्वसनीस पाती है और ये टूट जाए  रागिनी और राजीव दोनों एक … Read more

विश्वास की डोर – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज सुनंदा मिश्रा दुख से पागल थी। आंखों से सावन भादो की बरसात हो रही थी।कारण औलाद ऐसा करेगा वह कभी सोची न थी। हुआ यह कि मकान बेचने के बाद इसका बेटा रोहित कार में लेकर एयरपोर्ट चला रास्ते में करोलबाग वृद्धाश्रम के पास उस पेड़ के नीचे इसे उतार कर इसका बैग भी … Read more

अनकहा दर्द – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

काम्या पार्क की बेंच पर बैठी आकाश में उड़ते पक्षियों को देख रही थी उसके आसपास कोई नहीं था थोड़ी दूरी पर कुछ लोग बैठे हुए थे कुछ टहल रहे थे शाम गहराने लगी थी धीरे-धीरे सभी पार्क से निकलने लगे पर काम्या वहीं बैठी रही वह कोई निर्णय नहीं ले पा रही थी । … Read more

मैंने तुम्हें दिल से प्यार किया  है। – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

सान्वी को देखकर कोई नहीं कह सकता था कि वो अंदर से टूटी हुई है। हर सुबह वो वैसी ही मुस्कान पहनती, जैसी लोग देखने के आदी हो गए थे। घर सँवारती, ऑफिस जाती, सबके लिए उपलब्ध रहती — लेकिन जब अकेली होती, तो आँखों से बहता सन्नाटा ही उसका सच्चा साथ होता। आर्यन से … Read more

विश्वास की डोर – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 रवि किशन जी और सुषमा जी दोनों दंपत्ति अब धीरे धीरे बुढ़ापे की चादर ओढ़ते जा रहे थे ! दोनों की ही उम्र और बालों की सफेदी उनसे दूरियां बनाने लगी थी मगर  रवि किशन जी का जिंदादिली स्वभाव सुषमा जी को जीने की बहुत बड़ी वजह देता जा रहा  था ! जब भी वक्त … Read more

विश्वास की डोर – सुभाष मौर्य : Moral Stories in Hindi

सुमन एक छोटे से गाँव, हरियाली में बसे मधुरपुर में अपनी माँ कमला और छोटे भाई रमेश के साथ रहती थी। यह गाँव प्रकृति की गोद में था, जहाँ खेतों की हरी-भरी फसलें और नदियों का संगीत जीवन का आधार थे। लेकिन सुमन के परिवार के लिए यह सुंदरता एक खोखली तस्वीर थी। पाँच साल … Read more

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