रिश्तों मे बढ़ती दूरियां – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

मेरी शादी को १० साल हो गए थे  | हर साल कोई भी तीज त्यौहार हो मायके से मेरे लिए सब कुछ आता था |कई बार मैं फोन करके अपने भाई भाभी या मां को बोल देती कि, आपने जो साड़ी भेजा उसका रंग मुझे अच्छा नही लगा | या आपने मेरे पसंद की मिठाई … Read more

नाराजगी – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

माँ आपको मामा मामी बार बार फोन कर रहे हैं आप उठाती क्यूं नही?मेरे फोन पर मामा का फोन आया हैं बात करो! हाँ हल्लौ सब ठीक तो हैं न जीजी कोई बात हो गया क्या! आप फोन नही उठा रही ,आप आ तो रही हैं न इस बार पूजा मे! माँ ने बडे ही … Read more

“सिर्फ बहू से बेटी बनने की उम्मीद क्यों – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

बहू सुन रही हो , खाना बना की नही? जल्दी काम खतम करो सब लोग आते होंगे | जी मम्मी सब काम हो गया है  | आज घर में मम्मी जी की  किटी पार्टी थी | इस लिए मम्मी जी कुछ ज्यादा ही खुश थी | सब लोग आ गए थे | फिर क्या था … Read more

हर कन्या माता का रूप – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मां जल्दी बाहर आईए, देखिए मैं किन्हें साथ लेकर आया हूं, बंटी की आवाज सुनकर मां बाहर दौड़ी हुई आई और देखा 12 साल के बंटी के  साथ में 8-10 छोटी-छोटी गरीब घरों की लड़कियां थी, अरे.. इन्हें कहां से उठा लाया, मैंने तुझे कन्याओं को लाने को कहा था और तू नीचे बस्ती में … Read more

अम्मा – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अम्मा मुस्कुरा रही है पर इसकी मुस्कुराहट के पीछे कई दर्द छिपे हुए हैं क्या? समझ सब रहे हैं पर मौन है। पहल कौन करे जो करे वही लेक्चर सुनने को तैयार रहे फिर तो अम्मा एक न सुनेगी आगा पीछा ऊपर नीचे सब बैठा कर घंटों सुनायेगी इतना कि सारी सिट्टी पिट्टी गुम हो … Read more

रिश्तों में पड़ती दरारें – खुशी : Moral Stories in Hindi

रती और मीता दोनो बहने थी दोनो बहनो में बड़ा प्यार था साथ खाना पीना सोना घूमना किसी और की तो जगह ही नहीं थी। समय बिता दोनो बहने सयानी हो गई दोनो के रिश्ते की बात चली रती  की शादी अपने  शहर से दूर हुई और मीता की एक घंटे की दूरी पर दोनो … Read more

दिखावा – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

स्नेहा के पति का नये शहर में तबादला हुआ था।अपने आस-पड़ोस से वह बिल्कुल अनजान थी।उसके पति के ऑफ़िस के ही एक सहकर्मी आनंद कुमार का परिवार उसके मुहल्ले में ही रहता था।उसी की पत्नी अनिता के साथ वह उठती-बैठती थी।उसका मन भी लग जाता और आस-पड़ोस की जानकारी भी उसे मिल जाती थी।         एक … Read more

दोनों बहुओं में अंतर क्यों सासुमां – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

आज छोटे बेटे अजय की शादी थी।  अंजना बहुत व्यस्त थी।  खुश तो बहुत थी शादी से पर एक बात कचोट रही थी कि छोटी बहू थोड़ा सावंले रंग की है।  बेटा अजय तीनों बच्चों में सबसे सुन्दर है। पर वही जिद पकड़ लिया कि वह इसी लड़की से शादी करेगा। बड़ी बहू प्रीता गोरी … Read more

“कसूर ” – लक्ष्मी गौर : Moral Stories in Hindi

“बता किसका बच्चा है, मेरा बेटा तो छह महीने से घर आया नहीं, मायके मे कहा  से मुँह काला करवा कर आयी है ” यह शब्द मेरी दादी के थे, जो अपनी बहु से कह रही थी.मेरे चाचा जी आर्मी मे थे, पहले आर्मी वालो को छह महीने मे ही छुट्टी मिलती थी , और … Read more

अपनों का साथ – राशि पांडे : Moral Stories in Hindi

क्या करती हो तुम? पूरे दिन चिकचिक लगाई रहती हो | बच्चो को भी  पूरा दिन बोलती रहती हो | मुझे लेट हो रहा है , ऑफिस जल्दी जाना है आज मुझे, इतना बोलते हुए पति देव जी ऑफिस चले जाए | मैं आराम से बैठी, चाय पिया | तब जा के आराम मिला | … Read more

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