बुजुर्गो की इज्जत कम मत करना वरना पछताओगे..! : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :विमलाजी के दिल में पश्चाताप के बादल हमेशा उमड़ते-घुमड़ते रहते।जो व्यक्ति इस संसार में नहीं है ,उससे माफी भी तो नहीं माँगी जा सकती है।आजकल उन्हें नींद भी बहुत कम आती है।बेचैनी में उठकर कुछ देर बिस्तर पर खामोश बैठी रहतीं हैं ,फिर कुछ देर बाद उठकर चाय बनाने लगती हैं। … Read more

मतलबी रिश्ते – स्नेहलता पाण्डेय ‘स्नेह’ : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सविता जी गाँव में अकेले रहती थीं। उनके एक ही बेटा था जो कानपुर में नौकरी करता था अतः बहू रेखा भी वहीं रहती थी। आज महिनों बाद बेटे-बहू को अपने घर पर देखकर बहुत खुश थीं। दो साल की परी दादी की गोद में जाकर चिपक गई। सविता जी … Read more

जितना भाभी कर रही है उतना तो शायद वह भी अपनी मां के लिए नहीं कर पा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : राधिका की सास पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी राधिका पूरी कोशिश कर रही थी कि उन्हें कोई कमी महसूस ना हो वह बच्चों को सुबह स्कूल भेजकर मुकेश के ऑफिस जाने के बाद अपनी सास की सेवा में लगी रहती ताकि उन्हें अकेलापन महसूस ना हो, लेकिन … Read more

उम्मीद पे दुनिया क़ायम – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

सलीम को बचपन से ही अमीर बनने का शौक़ था । इसलिए अपने अरमा पूरे करने के लिए रोज लॉटरी टिकट ख़रीदता रहता था । पर क़िस्मत में कुछ सौ रूपयों के अलावा कभी कुछ नहीं निकला । घर का बड़ा बेटा होने के कारण हकीम साहब की सब उम्मीदें उसी से थी । लेकिन … Read more

रिश्ते”- नीरजा कृष्णा : Moral Stories in Hindi

आगरा से बड़ी भाभीजी आईं और दनदनाते हुए उनके बैडरूम में घुस गई, आशा के विपरीत मधु की तस्वीर वहाँ लटकी देख कर वो एकदम बिफ़र गई,”ये क्या भैया! इतना समझाने पर भी वोही ढाक के तीन पात ! आप समझते क्यों नही? मधु आपका पास्टटैंस है और महिमा आपका वर्तमान और भविष्य भी है! … Read more

“मदद”- संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” देखिये सर मुझे आज के आज अपना अकाउंट मर्ज करवाना है इतने दिन हो गये चक्कर काटते हुए !” वसुधाजी बैंक कर्मी से बोली। ” मैडम आपको कहा ना सोमवार को आना !” बैंक कर्मी ने लापरवाही से कहा । इससे पहले की वसुधा जी कुछ बोलती अचानक एक लड़की ने आकर उनके पैरो … Read more

सपनों से समझौता – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

दिव्या की बेटी प्रिया बहुत ही सुंदर और सुशील थी।पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ नृत्य में भी बहुत अच्छी थी। उसका चयन राज्य स्तर पर आयोजित एक प्रतियोगिता में हो गया।जिसकी तैयारी के लिए उसको कई बार लौटने में शाम को देर हो जाती थी। दिव्या ये सब समझती थी उसने अपने समय में सपनों से बहुत … Read more

श्रंगार – प्रीति सक्सेना

आज सुबह से घर में चहल पहल शुरु हो गई, संयुक्त परिवार में लोग भी बहुत हैं….. जोर जोर से आवाजों की वजह से सिया भी अपने कमरे से बाहर आ गई….. देखा खूब फूल मालाएं आई हैं ताई जी, चाची सब प्रसाद बनाने में लगे हैं, मन्दिर को ताऊजी पापा चाचा सजा रहे हैं … Read more

अमानत – आसिफ शेख: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दोपहर का समय था, बहुत ही सख्त गरमी पड रही थी वातावरण किसी भट्टी की भांति तप रहा था धूप और गरमी के कारण वह घर पर आराम कर रहे थे कि तभी उन के दरवाजे पर दस्तक हुई, वह उठकर दरवाजे की ओर आए। सामने पसीने में भीगी बदहाल … Read more

तिनके का सहारा: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ए लल्ला … तू जे फोर्म भर दे मेरा… पैसे निकालने हैं खाते से… एक मैली कुचैली सी साड़ी पहने उलझे हुए बाल एक गरीब औरत बैंक में पास में खड़े सूट बूट पहने एक लड़के से बोली… किसी और से भरवा लो… मेरे पास टाइम नहीं हैं… वो लड़का … Read more

error: Content is protected !!