” समाज सेविका ” : Moral Stories in Hindi

समाज सेविका नलिनी को एक अनाथाश्रम का फीता काटने को बुलाया । फीता कटाने के बाद उनसे दो शब्द बोलने को कहा गया। ” भाइयो और बहनो तथा सभी प्यारे बच्चो मेरा जीवन तो गरीबो को समर्पित है । जब देखती हूँ किसी गरीब बच्चे को भूख से व्याकुल होते , या किसी छोटू को … Read more

“खुशियों की झालर” – कविता भड़ाना   : Moral Stories in Hindi

“मानवी बेटा जल्दी से तैयार हों जाओ तुम्हारे सब दोस्त आते ही होंगे”… शिप्रा ने अपनी बारह साल की बेटी से कहा और बाहर लॉन में पार्टी की तैयारियां देखने चली गई।  शिप्रा अभी बाहर आई ही थी की मानवी मम्मा मम्मा पुकारती हुई शिप्रा के पास आई और गुस्से से बोली, क्या मम्मा ये … Read more

किस्मत या धोखा – संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विवाहवेदी पर आलोक के साथ फेरे लेती सुगंधा कितनी खुश थी । अपने भावी जीवन  के अनेको सपने देखे थे उसने और अब उन सपनो के पूरे होने का वक्त आया था । सुगंधा की सहेलियाँ उसकी किस्मत पर रश्क कर रही थी कितना अमीर परिवार मिला है उसे साथ … Read more

सबसे बड़ी भूल – माता प्रसाद दुबे  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: रात के बारह बज रहे थे,जीवन के पैंसठ बसंत देख चुकी रमादेवी की आंखों से नींद गायब थी,वह अतीत के पन्नों में खोई हुई पुराने दिनो को याद कर रही थी,तीस वर्ष की अल्पायु में जब पति का साथ छूट गया था,छोटे-छोटे तीन बच्चों को पालने पोसने उन्हे शिक्षित करके समाज … Read more

आशीर्वाद विला – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

   पापा आप इस दुनिया में नहीं हैं… पर जहां भी हैं मेरे आसूं और मेरे दिल का दर्द शायद अब आप तक पहुंच पाए.. आज पूरे पंद्रह साल बाद अपने शहर अपनी सहेली मधु के बहुत मनुहार करने पर आई हूं… मधु कामिनी सुधा रीता सरला सब मधु के यहां इकट्ठे हुए हैं… अपनी स्टूडेंट … Read more

दिखावे का परिणाम – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

कॉलेज मे आते ही हिना के तो रंग-ढंग ही बदल गए, रोज नई-नई तरह की ड्रेस, सैंडल और पर्स उसकी  शोभा बढ़ाते। कॉलेज के सभी लड़के लड़कियां उसको देखकर दंग रह जाते और जब वह हिना से इन वस्तुओं का राज पूछते तो हिना  कहती.. मेरे पापा का बहुत बड़ा बिजनेस है, हमारे यहां पैसे … Read more

वो फिर समझ गए – ऋतु गर्ग  : Moral Stories in Hindi

अरे राधिका तुम कैसी गंवार बहु ले कर आ गई,अपने पढ़े लिखे लड़के के लिए । पडोसन ने घर में घुसते हुए जैसे ही कहा तो राधिका चौंक गई। अरे आओ बैठो रितिका, तुमने कुछ कहा क्या राधिका ने अनजान बनते हुए कहा।  रीतिका  ने बात पलटते हुए कहा,  तुम सुनाओ, बहु कैसी है । … Read more

बेटियों वाली- डाॅ उर्मिला सिन्हा: hindi stories with moral

hindi stories with moral : बेटा विवाह का घर… हजारों काम …पुश्तैनी मकान दुल्हन की तरह सजा हुआ था! जगमग रौशनी… मेहमानों का जमघट… हंसी-मजाक… स्वादिष्ट भोजन मिठाईयों का रेलम-रेला!      तिलक चढने की तैयारी चल रही थी।सभी सजधजकर… महिलाएं अपनी सजावट से अप्सराओं को मात दे रही थी।  इस सब भव्य तैयारी के  पीछे खानदान … Read more

रिश्तो में सामंजस्य – प्राची_अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

निहारिका की शादी खूब धूमधाम से हुई। वह बहुत खुश है। ससुराल में उसे खूब अच्छा लाड प्यार मिल रहा है। पग फेरे (गौने)की रस्म के लिए आज वह मायके आई हुई है। सुबह से ही चहक रही है। सभी को अपने ससुराल के किस्से बताने में लगी हुई है। शाम को उसके ससुराल से … Read more

मना करना सीख!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सोमा आ तो ये मेरा सूटकेस खोल दे जरा जी मां अभी आई अरे ठीक से पकड़ ना ध्यान कहां रहता है तेरा आजकल एक काम ढंग से नहीं होता.. सोमा मेरी चाय कहां है कल सुबह मिलेगी क्या जी पिताजी अभी चाय लाई पता नही क्या करती रहती है एक चाय भी ढंग से … Read more

error: Content is protected !!