माँ मैं नहीं चाहती थी कि – महजबीं : Moral Stories in Hindi

हो सकता है  दूसरों के लिए ये बात छोटी हो पर नीलू के तो पैरों के नीचे से जैसे ज़मीन निकल गयी। पर नीलू ने यही सोचा कि अगर उसने इस बात का जिक्र घर में किया तो हंगामा होगा और कई रिश्तों में दरार आ जाएगी जिसको भरना  शायद मुश्किल होगा।  आज जब आहान … Read more

एक लंबी लिस्ट – शिखा जैन : Moral Stories in Hindi

आज सुबह से ही सुधांशु जी के घर में  मेला सा लगा हुआ था।उनके बड़े भाई-भाभी, छोटे भाई, भाई की पत्नी रेखा, तीनो बेटियां, दामाद सभी एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने इकट्ठे हुए थे। चर्चा का विषय था-सुधांशु जी के इकलौते बेटे ध्रुव के लिए लड़की देखने जाने वालों की सूची तैयार करना और … Read more

पत्नी का हक – अमृत : Moral Stories in Hindi

आज करुणा देवी बैंक से रुपए निकालने के लिए गई। बैंक में कैशियर ने बोला कि आपके अकाउंट में सिर्फ डेढ़ लाख रुपए का ही बैलेंस है। करुणा देवी को  5 लाख रुपये  की जरूरत थी। करुणा देवी परेशान होकर पास तक की कुर्सी पर ही बैठ गई। वे सच में पड़ गई कि अकाउंट … Read more

राखी – शिखा जैन : Moral Stories in Hindi

शादी को दस साल हो गए थे उसकी।इन दस साल में पहली बार रक्षाबंधन पर अपने मायके आ रही थी। शादी के पाँच महीने बाद ही अमेरिका में जॉब लग गई थी पति की और फिर दोनों वही शिफ्ट हो गए। समय बीतता गया लेकिन व्यस्तताओं के चलते तबसे दो ही बार घर आ पाई … Read more

खुशियों का दीप – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

भगवान का दिया मेरे पास सब कुछ था | गाड़ी ,घर, बंगला ,एक बहुत प्यार करने वाला पति | सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था | धीरे धीरे महसूस हुआ की हमारी शादी को पांच साल हो गए | हमारे अब तक बच्चे नही थे | जहा कही भी बच्चो को देखती ना चाहते … Read more

खून के आँसू – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” मैं शादी करूंगी तो बस विपुल से वरना नही !” अंकिता दृढ शब्दों मे बोली। ” बेटा वो तेरे लिए तो क्या किसी भी लड़की के लिए सही इंसान नही है इस बात को समझ तू। हम तेरी भलाई चाहते है इसलिए इस रिश्ते को मना कर रहे है !” अंकिता की माँ रीना … Read more

खून के आँसू – साइमा बानो : Moral Stories in Hindi

रात का अंधेरा धीरे-धीरे शहर पर छा चुका था। चारों ओर सन्नाटा था, परंतु दिल के भीतर तूफ़ान मच रहा था। अर्धमृत से शरीर में जान तो थी, पर दिल पर लगे ज़ख्म की गहराई से निकलते खून के आँसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। यह कहानी है एक पिता, रमेश, की, जो … Read more

वो पहली दीवाली – शिखा जैन : Moral Stories in Hindi

इस बार ससुराल में काव्या की पहली दीवाली थी।पाँच महीने पहले ही वह इस घर मे दुल्हन बनकर आई थी।मम्मी,छोटी बहन नव्या और वो खुद तीन लोगों के छोटे से परिवार से निकल कर वह सास-ससुर,जेठ-जेठानी, ननद, देवर दादी सास के बड़े से परिवार में आई थी। जब काव्या के मामाजी ने यह रिश्ता बताया … Read more

डियर पापा – मीनू मोहलेजी : Moral Stories in Hindi

आपके आशीर्वाद और मां की दुआओं से मैं यहां न्यूयॉर्क में रहते हुए बहुत सुखी हूं।आज मेरे पास घर,गाड़ी,अच्छी नौकरी,सुख सुविधा के सभी साधन हैं,बस नहीं है तो केवल समय।यही कारण है कि पिछले महीने आपको हार्ट अटैक पड़ने और आपके हॉस्पिटल में भर्ती होने की खबर मिलने पर भी मैं इंडिया नहीं आ पाया।हां, … Read more

मैं नही चाहती ये छोटी सी बात कोई बड़ा रूप ले ले और सब रिश्ते बिखर जाएं – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

मेरे पापा ने हम लोगों की परवरिश बहुत ही अच्छे से किया था | उम्र के इस पड़ाव में भी , उनकी एक एक बात याद है | उन्होंने जो संस्कार दिए है हमको,  उसी के बल पे आज मैं अपनी जिंदगी  के बड़े से बड़े दुख भी आसानी से काट लेती हूं |  आज … Read more

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