“टका सा मुँह लेकर रह जाना” – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

आओ आओ , दीनानाथ कैसे हो? बहुत दिनों बाद आये हो, कहा गये थे? मैं कुम्भ नहाने चला गया था।पूरे पंद्रह दिन वही था, बहुत अच्छे  से दिन बिता वहाँ पर। रोज सुबह नहाना , पूजा पाठ ,दिन भर भजन  मज़ा आ गया था । तुम क्यो नही गये  सुभाष ?क्या बोलू, जाना तो चाह … Read more

कल ,आज और कल! – वर्षा गर्ग : Moral Stories in Hindi

 ” पिताजी ! आप फिर आज स्कूल में धोती पहनकर क्यों आये थे? मेरे सभी दोस्त मज़ाक बनाते हैं। इससे तो अच्छा था मुझे किसी हिन्दी मीडियम स्कूल में ही पढ़ने भेजते।” “अरे रे बबुआ! इतना गुस्सा काहे करते हो,अबकी बार शहर से एक पतलून ले आयेंगे और पूरे साहब बनकर स्कूल में आयेंगे, ठीक … Read more

पछतावे के आँसू.. – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

रामू की आँखों से नींद कोसों दूर थी ,मन ही मन बहुत पछता रहा था कि काश उसने अपनी माँ की बात मानी होती यह सोच-सोच कर रोज ही रोता रहता । औरपुरानी बातें याद करने लगता ।एक छोटे से गाँव में रामू नाम का लड़का रहता था ।वह एक गरीब क़िसान का बेटा था … Read more

बलि – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

राजस्थान के कोटपूतली का किरतपुरा शेत्र आज सुर्खियों में हैं। वज़ह, 3 साल की एक मासूम बोरवेल में गिर गई ओर 150 फिट गहराई में फस गई। बोरवेल में गिरने वाले सब बच्चे प्रिन्स जैसे किस्मत वाले नही होते जो अपने माँ बाप से दुबारा मिल सके। प्रिंस के बोरवेल में गिरने के बाद अबतक … Read more

आंखों से गिरना – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

  मैं आप से कोई बात नहीं करना चाहता और न कोई संबंध रखना चाहता हूं ..   मां बोली..बेटा राकेश! ये खून के सम्मानजनक रिश्ते इस तरह नहीं मिटाए जा सकते..    मां! खून का सम्मानजनक रिश्ता समझकर ही मैंने चाचा जी को अपनी कंपनी में काम की देखभाल के लिए रखा था.. मैंने बचपन में ही … Read more

भाभी – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

रश्मि एक शांत स्वभाव की महिला थी, जो घर की जिम्मेदारियां संभालने में व्यस्त रहती थी ! उसका पति राजीव एक समझदार और मेहनती इंसान था l उसका देवर महत्वकांक्षी युवक था, जो अपने करियर को बहुत आगे बढ़ाना चाहता था l शुरुआत में सब कुछ ठीक चलता रहा, उनके बीच सामान्य सोहाद्र था l … Read more

अपना सा मुंह लेकर रह जाना – डा. शुभ्रा वार्ष्णेय : Moral Stories in Hindi

शहर की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में साक्षी, एक सफल कॉर्पोरेट प्रोफेशनल, हमेशा अपनी उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटती रहती थी। उसे लगता था कि दूसरों की सफलता केवल दिखावा है, असली प्रतिभा तो बस उसी में है। एक दिन उसे अपनी पुरानी सहपाठी अदिति का सोशल मीडिया प्रोफाइल दिखा। अदिति ने अपने छोटे से बुटीक की … Read more

समझदार सास – दमयंती पाठक : Moral Stories in Hindi

मुंबई के एक पॉश निधि और उनकी सास अनुराधा जी रहती हैं। अनुराधा का मनाना था कि जमाना बदल रहा है और हमें भी जमाने के साथ खुद को बदलना चाहिए। अनुराधा जी ने बेटे की शादी धूम धाम से की। प्यारी सी बहु निधि घर आई।। निधि एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थी … Read more

भाभी – उषा विजय शिशिर भेरूंदा : Moral Stories in Hindi

असमय सुयश की आवाज से सुरेखा चौंक गई। आटे से हाथों से दरवाजा खोला, आज ऑफिस से जल्दी कैसे।  सुयश कहने लगे पहले एक गिलास पानी पिलाओ फिर मेरे पास आकर बैठो। सुरेखा ने घबराहट में जल्दी-जल्दी हाथ धोकर पानी का गिलास सुयश को देकर जल्दी आने का कारण पूछा  सुरेखा शाम 4:00 बजे बड़े … Read more

*उड़ी चेहरे की रौनक* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 सुन रामदीन,देख तू अपना दोस्त है,इसलिये तुझे आगाह करूँ हूँ, तू अपनी छोरी को संभाल।      क्यूँ क्या हुआ रौनक?मेरी कमली ने ऐसा क्या कर दिया है?       अरे, वो अपने मुंशी जी हैं ना,उसके बेटे से वह नैन मटक्का कर रही है।      गलत,मेरी कमली ऐसा कर ही नही सकती,अरे उसे तो अपनी पढ़ाई से ही फुरसत … Read more

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