इंसानियत जिंदा है – सविता गोयल :
Moral Stories in Hindi कमली अपने दो साल के बच्चे को गोद में उठाए भागती जा रही थी। अंधेरा गहराता जा रहा था और बारिश भी अपना पूरा जोर लगाए हुए थी| सुनसान सड़क कोई दुकान भी खुली नजर नहीं आ रही थी| अपनी पुरानी घिसी हुई साड़ी से बच्चे को ढकने की नाकाम कोशिश … Read more