“रिश्तों की मर्यादा ” – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

 सुबह सुबह भैया का फोन आया “पापा नहीं रहे “।किसी तरह परिवार को बोल कर जल्दी से निकल गई वेदिका ।महज ससुराल से तीन किलोमीटर दूर के फासले पर ही तो सबलोग ।पर शादी होकर ससुराल गई तो वहीं की होकर रह गई थी वह।विदा होते समय माँ ने आँचल मे दूब अक्षत के साथ … Read more

मर्यादा की ओट में – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

बात कुछ वर्ष पहले की है, जब प्रीति और राजीव की शादी को कुछ ही समय हुआ था। शादी के बाद दोनों एक नए शहर में आए जहाँ राजीव की नई नौकरी लगी थी। बहुत खोजबीन के बाद उन्हें एक किराये का मकान मिला। वह एक बड़ा घर था जिसमें ऊपर एक संयुक्त परिवार रहता … Read more

रिश्तो की मर्यादा। – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

———————दरवाजे पर डोर बेल बजी। भावना जी ने  जब दरवाजा खोला तो सामने निधि खड़ी थी। नमस्ते भाभी! कैसी हो? भावना जी  घृणामिश्रित निगाहों से निधि को देखकर बोली , ठीक हूं! भावना जी मुड़कर अंदर गई तो पीछे-पीछे निधि भी अंदर ही आ गई। चारों और सन्नाटा पसरा हुआ था। निधि ने अपना सामान … Read more

रिश्तो की मर्यादा सदा याद रखना – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

    गहन दुख और पीड़ा के इस क्षण में होते हुए भी नीतू इस बात पर हैरान थी कि ऐसे दुख के समय में उसके नंदोई घर के एक कोने में जाकर किसी से खूब हंस-हंसकर बात कर रहे थे।         फिर वह इस बात को जल्दी ही भूल भी गई क्योंकि अपने पति राजेश को खो … Read more

रिश्तों की मर्यादा – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

दोस्तों के साथ नाईट क्लब में छोटे छोटे कपड़ों में बैठी पारुल ने अपनी टीशर्ट का गला  पकड़ते हुए ऊपर उठाया और एक सेल्फी ली जिसमे उसके चार दोस्त शराब की बोतल चिकन चखना इत्यादि दिख रहा था। उसने फ़ोटो इंस्टाग्राम पे अपलोड करते हुए अपने पापा अपने भाई और कुछ दोस्तों को किया टैग … Read more

रिश्तो की मर्यादा – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

नीलिमा बेटा इधर आओ, देखो कौन आया है। नई नवेली दुल्हन नीलिमा अपनी सास सीमा जी की आवाज सुनकर हॉल में पहुंँची। वहाँ उसी की हमउम्र एक सुंदर सा लड़का हॉल में सीमा जी के पास बैठा हुआ था। देखो बेटा यह मेरी बड़ी बहन का बेटा समीर है। यह शादी में नहीं आ पाया … Read more

कैसी मर्यादा रिश्तों की – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

रात का तीसरा पहर था।घर के हर कोने में सन्नाटा था… पर एक कोना अब भी जाग रहा था — सर्दी के दिन थे जानकी की आंखों से नींद कोसों दूर थी। तसले में जलती कोयले की आंच धीमी हो चुकी थी और पास ही बैठी जानकी की आंखें बुझी हुई राख जैसी लग रही … Read more

आज की नारी – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

रिया बहुत ही प्यारी लड़की थी। एकदम रुई के फाहे जैसी सॉफ्ट स्किन,उस पर गुलाबी रंगत लिए हुए गोरा रंग और घुटनों से लंबी चोटी किसी को भी बार – लुभाने के लिए पर्याप्त थी।  मॉडर्न कपड़े पहनने का उसे गज़ब का शौक था वो जो पहन ले वही उस पर जंचता था फिर चाहे … Read more

जनरेशन गैप – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

छः माह पूर्व गरिमा के भाई का विवाह हुआ था और भाई के विवाह के पश्चात गरिमा पहली बार मायके जा रही थी। छुट्टी न मिल पाने की वजह से उसके पति अभी तो उनके साथ नहीं आए थे, हां बच्चों की छुट्टियां खत्म होते ही उनकी वापसी पर उन्हें लेने आकर सबसे मिलने का … Read more

रिश्तों की मर्यादा – खुशी : Moral Stories in Hindi

रति एक खुशमिजाज लड़की थी उसे सबसे बाते करना ।मजाक छेड़छाड़ उसे बहुत पसंद थी।पर वो अपनी सीमा जानती थी।घर भर की रौनक थी वो।घर में बड़े भाई राजेश और उनकी पत्नी सुनीता थी।माता कमला और पिताजी रतन सिंह थे।राजेश और सुनीता दोनों बैंक में थे।रतनसिंह बिजली विभाग से रिटायर थे।राजेश और सुनीता के दो … Read more

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