मत भूलो कि यह मेरा परिवार है – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

प्रीति हमेशा से ही एक समझदार और संस्कारी लड़की रही थी। उसकी शादी को पांच साल हो चुके थे। ससुराल में सास-ससुर, एक देवर और ननद रहते थे। शुरू से ही सबका व्यवहार उसके साथ बहुत अच्छा रहा। ननद की शादी भी प्रीति की शादी के कुछ ही समय बाद हो गई थी। धीरे-धीरे घर … Read more

मत भूलो की ये मेरा परिवार है – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

“मत भूलो की ये मेरा परिवार है। मैंने हमेशा  सबकी बातों को सम्मान दिया है,हर रिश्ते में समझौता करके निभाया है। हजारों गलतियों के बाद भी हर किसी को माफ किया है। सिर्फ इसलिए रंजन कि मेरे माता-पिता ने मुझे यही संस्कार दिए थे लेकिन आज जब तुमने मेरे घरवालों को सब के सामने अपमानित … Read more

*मत भूलो कि यह भी मेरा परिवार है* – सुभाष मौर्य : Moral Stories in Hindi

 अर्जुन, एक युवा जो अपने परिवार के भीतर रिश्तों की जटिलताओं से जूझता है, अपने पूर्वाग्रहों को तोड़कर एकता की शक्ति को पहचानता है। यह कथा भावनात्मक गहराई, पारिवारिक चुनौतियों, और शिक्षाप्रद सबक के साथ बुनी गई है, जो पाठकों को रिश्तों के महत्व को समझने के लिए प्रेरित करती है।कथाअर्जुन चंदनपुर गाँव के एक … Read more

error: Content is protected !!