मत भूलो कि यह मेरा परिवार है – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi
प्रीति हमेशा से ही एक समझदार और संस्कारी लड़की रही थी। उसकी शादी को पांच साल हो चुके थे। ससुराल में सास-ससुर, एक देवर और ननद रहते थे। शुरू से ही सबका व्यवहार उसके साथ बहुत अच्छा रहा। ननद की शादी भी प्रीति की शादी के कुछ ही समय बाद हो गई थी। धीरे-धीरे घर … Read more