नीचे तबके के लोग – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi
कांती देवी ने नहा धोकर पूजा पाठ कर यानी अपने नित्य निजी काम निपटा कर आँगन में आती तेज धूप का आनंद लेने के लिए वहीं फर्श पर चटाई बिछाकर लेट गईं और मस्त हो भजन गुनगुनाने लगी। तभी उनकी बहु रत्ना दनदनाते हुए अपने कमरे से बाहर आई और कांती जी से बोली मांजी, … Read more