बहु ये मत भूलो, की भगवान् सब देखता है । – लक्ष्मी त्यागी :
अब नंदिनी, अपनी मन मर्जी से सभी कार्य करती है , उसे किसी की कोई परवाह नहीं ,जब नंदिनी इस घर में नई – नई आई थी, तो चुपचाप और शांत रहती थी। देविका जी चाहती थीं – बहू !को कभी अपने घर की याद न आये , इस घर को भी अपना समझे, अपना … Read more