सच का आईना – डॉ कंचन शुक्ला
“कहां मर गई कमबख्त कितनी देर से तुझे आवाज लगा रहीं हूं तुम हो की कान में तेल डाले बैठी हो” सलमा बीबी ने अपनी बहू रजिया को गुस्से में चिल्लाते हुए आवाज लगाई। “आई अम्मी जी ” कहती हुई जल्दी से रजिया सलमा के पास पहुंची उसका हाथ आटे में सना हुआ था। “ये … Read more