कठपुतली – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

चारदीवारी के भीतर बड़ी सी कोठी, दर्जनों नौकर-चाकर। संसार की तमाम सुख-सुविधाएं जैसे कुबेर का खजाना इसी घर में हो। सुदर्शन पति आरव …अति व्यस्त , अहंकारी फैशनपरस्त,जरा सा भी  किसी काम में चूक बर्दाश्त नहीं है। आज बुजुर्ग सेवक के हाथों से कीमती विदेशी टी सेट गिरकर टूट गया। आरव ने झट थप्पड़ चला … Read more

कठपुतली – के आर अमित : Moral Stories in Hindi

नहर से बहती आ रही एक औरत की लाश पर जैसे ही आसपास के लोगों की नजर पड़ी लोग तुरन्त उस तरफ भागने लगे। लोगों ने देखा एक औरत जो कम उम्र की ही लग रही थी पानी की धाराओं में धीरे धीरे बहती जा रही थी। उनमे सी किसी ने तुरंत पुलिस को फ़ोन … Read more

कठपुतली – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

अरे , बड़ी बहु तुम क्या करोगी यह पर्स खरीद कर , तुम कौन सा नौकरी पर जाती हो ?? तुम्हें तो वैसे भी दो वक्त का खाना ही तो बनाना होता हैं , सास सुशीला जी ने उसकी बहू राखी के हाथ से पर्स खींचते हुए बोला और पर्स बेचने वाले भैया से बोली … Read more

डोर टूटी नहीं, लौट आई — एक कठपुतली की वापसी – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

सीमा इस साल 42 की हो चली थी। चेहरे पर अब भी वही गर्मजोशी थी, लेकिन आँखों के नीचे के हल्के गड्ढे अब गवाह थे कि उसने बहुत कुछ सहा है — चुपचाप। घर के काम, बच्चों की ज़िम्मेदारी, बूढ़े सास-ससुर की दवाइयाँ — सब कुछ संभालते-संभालते वो खुद को कब पीछे छोड़ आई, उसे … Read more

कठपुतली – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

साफ-सुथरे आंगन में तुलसी चौरे पर दिया जलाकर मीना जैसे रोज ही भगवान को नमस्कार करती थी। वह एक आदर्श बहू थी – सास-ससुर का मान, पति मनोज का सम्मान, और दो प्यारे बच्चों की ममतामयी माँ। मीना पढ़ी-लिखी थी, पर शादी के बाद उसने खुद को परिवार में समर्पित कर दिया था। मनोज जब … Read more

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