“मृगतृष्णा का जाल ” – मृणाल सिंह सतना : Moral Stories in Hindi

राधिका अपने आफिस सेलौटी तो फाटक पर ताला लगा हुआ था।पर्स से चाबी निकाल कर ताला खोल कर अंदर आ गयी पूरे घर में सन्नाटा पसरा हुआ था अकेले घबरा उठी हाथ मुंह धोकर कपड़े बदलकर बाहर बगीचे में मेंहदी के झाड़ के नीचे बैठ गई मेंहदी के फ़ूल अपनी भीनी-भीनी खुशबू चारों तरफ़ बिखेर … Read more

कठपुतली – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

मेरा मन का बावरा पंछी यादों के झरोखों से निकल ससुराल के रीति-रिवाजों को भूल,घर गृहस्थी के बंधन तोड़ मायके की चौखट लांघ बाबुल के आंगन में खट्टी मीठी यादों का चुग्गा लेने जा पहुंचा! जहां दादी भगवानके आगे आसन पर  बैठी मनकों की माला फेरती राम राम का जाप तो जरूर कर रहीं थी … Read more

कठपुतली – खुशी : Moral Stories in Hindi

सुषमा एक सभ्य संस्कारी लड़की थी उसका रिश्ता राजीव के साथ हुआ जो पेशे से डॉक्टर था।सास ससुर को संस्कारी घर संभालने वाली बहु चाहिए थी जबकि राजीव चाहता था कि लड़की भी डॉक्टर हो ताकि उसे और उसके प्रोफ़ेशन को समझ सके। पर रामनाथ के आगे उसकी एक न।चली और सुषमा बहू बनकर आ … Read more

कठपुतली – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

विवाह के तीस बरस बाद भी बाबूजी का वहीं रवैया रहा अम्मा के प्रति… हर बात पर उन्हें झिड़कियां देना और उनके अक्षर ज्ञान पर फब्तियां कसना.. ये सब देख कर बड़ी बहू को हमेशा हीं बहुत बुरा लगता और चाह कर भी कुछ नहीं कर पाती… अम्मा के तीनों बेटों पर भी पिता के … Read more

कठपुतली – पुष्पा पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

बहन से बात करने के बाद विनोद जी अपनी बजट बनाने में लग गये। जैसलमेर आना- जाना और फिर ‘मामा-भात’ रस्म के लिए जेवर- कपड़े आदि उपहार… कोई कमी नहीं होनी चाहिए। अंतिम भांजे की शादी है। घर में पत्नी और बच्चे भी खुश थे कि चलो इसी बहाने घूमने का मौका मिलेगा। गुड़िया ने … Read more

कठपुतली – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

माही का आज ससुराल में पहला दिन था । उसे अपनी मां की सीख रह रह कर याद आ रही थी। माही सब के साथ अच्छे से रहना। ज्यादा बोलना नहीं और हां यहां की तरह उठते ही सब से पहले अपनी चाय की प्याली लेकर बैठ नहीं जाना । कमरे में कपड़े इधर उधर … Read more

किरदार – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

             बेटे के व्यवहार ने आज सरोज जी को अंदर तक तोड़ कर रख दिया।कितने जतन से कितनी तपस्या से जतिन को पाला पोसा था,पर आज—–?          रमेन्द्र जी जब सरोज को ब्याह कर लाये थे तो सरोज की उम्र महज 19 बरस की थी।बाबुल के यहां कुलांचे भरते भरते कब वो घर पराया हो गया पता … Read more

कठपुतली – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

मीनल और सोनल देवरानी जेठानी दोनों ऐसे रहती थी की सगी बहन है।  शॉपिंग करने जाना है तो साथ में जाती थी घर का काम है तो दोनों साथ करती हैं।  सास को ज्यादा असर नहीं पड़ता था ससुर रिटायर्ड हो गए थे उनका भी कहना था कि घर में यदि सब मिलजुल कर रहेंगे … Read more

कठपुतली – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

टीवी पर एक पुरानी फिल्म चल रही थी। उसमें एक सीन आया—कठपुतलियों का डांस। रंग-बिरंगे कपड़ों में बंधी डोरियों से नाचती कठपुतलियां, जैसे किसी अदृश्य हाथ की कमान पर थिरक रही हों। रीना और उसकी बहू रिंकी साथ बैठकर फिल्म देख रही थीं। अचानक रीना चुप हो गई, उसकी आंखों की चमक बुझ सी गई। … Read more

कठपुतली – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

‘बाबूजी आज भोपाल मेला चलिए न-राधा और मालती भी कह रही थी।-बहू चाय देते बोली। अच्छा,कहते महेश्वर दयाल जी चाय पीने लगे।वे टी वी भी देखने लगे। सुबह के सात बजे थे और ये अपनी चाय दुकान चलाकर आये थे।इनकी आंखों से सावन भादो झरने लगे। “ना बाबूजी,अब सब ठीक हो गया।-यह बहू यशोदा थी। … Read more

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