“मृगतृष्णा का जाल ” – मृणाल सिंह सतना : Moral Stories in Hindi
राधिका अपने आफिस सेलौटी तो फाटक पर ताला लगा हुआ था।पर्स से चाबी निकाल कर ताला खोल कर अंदर आ गयी पूरे घर में सन्नाटा पसरा हुआ था अकेले घबरा उठी हाथ मुंह धोकर कपड़े बदलकर बाहर बगीचे में मेंहदी के झाड़ के नीचे बैठ गई मेंहदी के फ़ूल अपनी भीनी-भीनी खुशबू चारों तरफ़ बिखेर … Read more