अंधी दौड़ – रश्मि झा मिश्रा  :

Moral Stories in Hindi “सुबह से चार घंटे हो गए… अभी तक एक भी ढंग का वीडियो नहीं बन पाया यार… आज का वीडियो थीम ही बीच साइड का था…!” ” एक काम कर ना… चल कहीं और बनाते हैं… बैकग्राउंड डाल देंगे…!” ” रियल नहीं लगेगा ना… ऊपर से मम्मी यार… बार-बार फोन करके … Read more

ईर्ष्या – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

 कुल उन्नीस साल की थी मै जब ब्याह कर ससुराल आई तो मुँह दिखाई की रस्म के बीच ही एक आठ साल के बच्चे को मेरी सासूमा ने आगे करके कहा कि लो यह तुमहारा बेटा है ।और अचानक ही मेरा हाथ उठ गया था उसपर ।मैंने एक झन्नाटेदार थप्पड़ मारा उसे ।नहीं यह कैसे … Read more

परछाइयों की तासीर – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi

एक ही चेहरे की दो परछाइयां —मेधा और नेहा। जुड़वाँ बहनें थीं, एक ही दिन, एक ही समय, एक ही कोख से जन्मी थीं, पर फिर भी ज़िंदगी ने उनके लिए राहें अलग-अलग लिख दी थीं। उन दोनों के  स्वभाव, व्यक्तित्व और जीवन के प्रति दृष्टिकोण में ज़मीन-आसमान का अंतर था।    नेहा—चमकदार गौरवर्ण त्वचा, सिल्की … Read more

ईर्ष्या का जहर – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

तेज बुखार से रेवती का शरीर तप रहा था,वह दर्द से कराह रही थी, मगर इस शारीरिक दर्द से कहीं ज्यादा पीड़ा उसके दिल को हो रही थी,उसे आत्मग्लानि हो रही थी, पश्चाताप की अग्नि में वह झुलस रही थी।आज उसकी हालत की जिम्मेदार वह स्वयं थी।आज वह अकेलेपन का दर्द झेल रही थी।उसे याद … Read more

ईर्ष्या की छाया से उजाला – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

मुंबई की उमस भरी गर्मी में ‘कॉफी कॉर्नर’ की ठंडी हवा भी अरुण के मन की गर्मी को शांत नहीं कर पा रही थी। उसकी नजरें टेबल के दूसरी ओर बैठे विवेक पर टिकी थीं, जो अपनी नई कार की चाबियों को उत्साह से घुमा रहा था। वह चाबी सिर्फ धातु का टुकड़ा नहीं थी, … Read more

ईर्ष्या – सुनीता मुखर्जी श्रुति : Moral Stories in Hindi

खूबसूरत रितिका के बाल बहुत ही सुंदर, घुंघराले एवं घुटनों तक लंबे थे‌। जो हर स्त्री की चाहत रितिका के बालों जैसी होती है। कोई भी खूबसूरत बालों का विज्ञापन देखते ही रितिका का नाम जहन में गूंजने लगता। भगवान भी किसी- किसी को बहुत फुर्सत से बनाते हैं। यह सभी बातें रितिका पर एकदम … Read more

ईर्ष्या – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

गोमती के दो बेटे और एक बेटी सुखी और संपन्न परिवार था । गोमती के दोनों बेटों की शादी हो गई और बेटी भी अपने ससुराल में सुखी थी । बेटी की शादी बहुत अच्छे घर में पैसे वालों क्या हुई थी। बेटी नव्या फिर भी अपनी भाभियों से ईशा करती थी नव्या के पास … Read more

ईर्ष्या – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

सुनीता अब इस घर को तोड़कर हम दोनों भाई इस घर को दो हिस्सों में अलग-अलग बनाएंगे। घर बनने तक हम भी किराए पर ही रहेंगे ,तेरे लिए भी 6 महीने का किराया देकर एक घर ले लिया। तेरी बेटी राखी को पढ़ा लिखा कर  विवाह भी कर दिया और वह सरकारी टीचर है, तुम … Read more

ईर्ष्या से आत्मबोध तक – डॉ सोनिका शर्मा : Moral Stories in Hindi

शालिनी की शादी को दस साल हो चुके थे। दो बच्चे, एक नौकरीपेशा पति, और एक रुटीन-सी जिंदगी। सुबह बच्चों के टिफ़िन, दोपहर घर की सफ़ाई, शाम में सबके चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने की कोशिश उसकी दुनिया बस इतनी ही थी। एक दिन, स्कूल की रीयूनियन की ख़बर मिली । पहले तो शालिनी जाने … Read more

अपनों से कैसी ईष्या – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

दरवाजे पर कमला जी की टिकी हुई थी। कोई भी आहट होती तो उन्हें लगता कि कहीं विमला तो नहीं आ गयी। विमला उनकी छोटी बहन है ,उससे सुबह बात हुई। कि उसे अपने ननदोई के रिटायरमेंट की पार्टी में आना है। एक दिन रुकेगी,अगले दिन अपनी ननद के यहाँ जाएगी। कमला जी छोटी बहू … Read more

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