ईर्ष्या -हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जब से विशंभर दयाल  जी ने घर में यह ऐलान किया है कि उनकी संपत्ति में दोनों बेटों के अलावा छोटी बेटी का भी हिस्सा जाएगा तभी से छोटे बेटे पराग का दिमाग चकरा गया है अनचाहे ही वह अपनी छोटी बहन विधि से ईर्ष्या करने लगा, दो बेटों के बाद जब बेटी का जन्म … Read more

 ईर्ष्या : Moral Stories in Hindi

अनामिका अमीर मां-बाप की इकलौती संतान थी। देखने में बहुत खूबसूरत जो भी देखता देखता ही रह जाता परंतु वह बहुत जिद्दी और नकचढ़ी थी। वह हर किसी को नीचा दिखाना चाहती थी और उसको इस काम में बहुत मजा आता था उसके मां-बाप रिश्तेदार भी इस आदत से परेशान रहते थे। बाहर किसी की … Read more

ईर्ष्या – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

प्रकाश नारायण जी अपने दोस्त अविनाश जी की पत्नी को अस्पताल में देखने आए थे। वह बीमार थी ब्रेन हेमरेज हुआ था ।तभी अविनाश के छोटे भाई अनुराग   का बेटा शिखर खाने का टिफिन लेकर आया। शिखर प्रकाश नारायण से नमस्ते करके वहीं बैठ गया ।अविनाश जी मेडिकल स्टोर से कुछ दवाई लेने गए … Read more

“ईर्ष्या “ : Moral Stories in Hindi

“ईर्ष्या “ एक समय की बात है,एक छोटा सा गाँव था जहाँ हरे-भरे खेत और बहती नदी थी ,वहाँ दो दोस्त रहते थे -राहुल और अमन दोनों बचपन से ही गहरे दोस्त थे और उनका रिश्ता बहुत मजबूत था । राहुल स्वभाव से बहुत मेहनती और सीधा साधा था ,जबकि अमन चतुर चालाक और महत्त्व … Read more

कलयुगी रावण – संगीता अग्रवाल

” रिया देखो तो कौन आया है ?” बाहर से पापा की आवाज़ सुन बीस साल की रिया जो फोन पर लगी थी बाहर आई।  ” कौन है पापा ?” बाहर आते आते उसने सवाल किया । ” देखो दादी आई है । आज से ये तुम्हारे कमरे मे ही रहेगी !” माँ दादी के … Read more

ईर्ष्या – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 अरे ओ जग्गू पार्वती गुड़िया कहां हो तुम सब?? कहीं दिखाई नहीं दे रहे हो। अभी तो खाना पकाने का समय है, तो चूल्हे में आग क्यों नहीं है?? यह चूल्हा ठंडा क्यों पड़ा है?? जेठानी लीला की आवाज सुनकर घर के पिछवाड़े का आंगन बुहारना छोड़ कर पार्वती जेठानी लीला के पास आकर कहने … Read more

ईर्ष्या की छाया से उजाला – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

मुंबई की उमस भरी गर्मी में ‘कॉफी कॉर्नर’ की ठंडी हवा भी अरुण के मन की गर्मी को शांत नहीं कर पा रही थी। उसकी नजरें टेबल के दूसरी ओर बैठे विवेक पर टिकी थीं, जो अपनी नई कार की चाबियों को उत्साह से घुमा रहा था। वह चाबी सिर्फ धातु का टुकड़ा नहीं थी, … Read more

ईर्ष्या – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

रामलाल जी एक रिटायर्ड अध्यापक थें। उन्होंने अपने अध्यापन के कार्यकाल में कितने ही बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी उठाया था। जो बच्चे स्कूल की फीस भरने में सक्षम नहीं थे। पढ़ाई में कमजोर बच्चों को भी कक्षा से अलग भी पढ़ा देते थे। स्कूल के बच्चे उनका बहुत सम्मान करते थे। कई बच्चे … Read more

नज़र का टीका – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

अरे काजल! यह रंग की साड़ी ले आई तुम? तुम्हारे रंग को यह जचेगी नहीं, यह तो मेरे जैसी गोरी चिट्टी रंग पर फबेगी, कम से कम एक बार अपने ऊपर लगाकर तो देख लेती खरीदने से पहले? तुम्हारे माता-पिता ने बड़े सोच समझकर तुम्हारा नाम रखा है  जैसा नाम वैसी सूरत, पता नहीं देवर … Read more

बहू मुझे तुमसे ईर्ष्या होती हैं। – अर्चना खण्डेलवाल : Moral Stories in Hindi

शकुन्तला जी मंदिर से पूजा करके उठी और रसोई में आकर चाय का कप लिया और पीने लगी, चाय उन्होंने पहले ही दो कप बनाकर रख दी थी,अपने पति ओमी जी को चाय का प्याला देकर वो मंदिर में पूजा करने चली गई थी, कभी गर्म चाय पी ही नहीं थी तो अब आदत ही … Read more

error: Content is protected !!