अस्तित्व – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi
अरे धन्नो फटाफट चार रोटियां सेक दे तेरे जेठजी आ गए है। रमा ने सोफा पर बैठे-बैठे ही कहा। जेठानी रमा की आवाज सुनकर धन्नो ने झाड़ू वहीं किनारे छोड़ दिया और धीमे से बोल उठी।अभी बना देती हूं दीदी और तुरंत रोटी सेकने लगी। जैसे ही धन्नो का रोटी सेकना हो गया। वो फिर … Read more