बहू को कभी बहू न समझा…!!! – विनोद सिन्हा “सुदामा“ : Moral Stories in Hindi
लिजिए मां जी आपकी अदरक वाली चाय… गर्म चाय की कप सास के सामने पड़ी छोटी टेबल पर रख कर स्मृति मन ही मन भुनभुनाते हुए रसोई में जाने लगी.. “कभी बहू का हक नहीं मिला मुझे…” “जब देखो तब खाली पीली हुक्म चलाती रहती है” बेटी जरा यहां आना,बेटी जरा ये कर देना वो … Read more