इतना गुमान ठीक नहीं परिस्थितियों मौसम की तरह कब रंग बदल ले l – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi
मेरा घर और मेरी जेठानी का घर दोनों थोड़ी ही दूरी पर थे आता है जब भी हम घर के कार्यों से फुर्सत में होते तो दो-चार दिन में कभी वह मेरे पास आ जाती और कभी मैं उनके घर चली जाती l हम दोनों बैठकर बातें करते l मैं तो सभी तरह की बातें … Read more