परिवार की इज्जत – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

विवाह मंडप में बैठे पंडित जी बार-बार कह रहे थे की फेरों का समय हो गया है कन्या को लाइए l कन्या को लाने में देरी हो रही थी l सक्षम दूल्हा बना मंडप में बैठा दुल्हन का इंतजार कर रहा था “ थोड़ी देर बाद साक्षी की मां सक्षम की मां गीता देवी कन्या … Read more

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