काली रात -उमा वर्मा: Moral Stories in Hindi

मेरे जीवन की वह रात  “काली रात “बन गई थी मेरे लिए ।स्मृति के पन्ने बिखरने लगे थे।क्या क्या याद करूँ? उसदिन रात से ही विनय की तबियत बहुत खराब हो गई थी ।रात भर सो नहीं पा रहे थे ।बेचैनी और उल्टियाँ हो रही थी ।मैंने दिलासा दिया “अस्पताल चलते हैं,सब ठीक हो जाएगा … Read more

अपनो की पहचान – उमा वर्मा

अम्मा जी को गुज़रे पाँच साल बीत गए, लेकिन हमेशा उनकी याद आती है। आज भी सौरभ को ऑफिस भेजकर, चाय लेकर बरामदे में कुर्सी डालकर बैठी तो बीते हुए क्षण आँखों के सामने घूमने लगे। बहुत अच्छी थीं अम्मा जी। शादी के बाद पहली बार ससुराल गई तो मन में एक डर समाया हुआ … Read more

“पत्थर दिल” – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

गीतू एकदम पत्थर दिल बन गई थी आजकल ।जबसे पति चले गए तब से न किसी से कुछ बोलती न किसी से मिलती।बस अपने घर में अपने काम से मतलब रखती ।गीता नाम था उसका लेकिन गौरव हमेशा प्यार से गीतू बुलाने लगे थे।उसे भी गीतू सुनना अच्छा लगता ।सोलह साल की रही होगी जब … Read more

“रिश्तों की मर्यादा ” – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

 सुबह सुबह भैया का फोन आया “पापा नहीं रहे “।किसी तरह परिवार को बोल कर जल्दी से निकल गई वेदिका ।महज ससुराल से तीन किलोमीटर दूर के फासले पर ही तो सबलोग ।पर शादी होकर ससुराल गई तो वहीं की होकर रह गई थी वह।विदा होते समय माँ ने आँचल मे दूब अक्षत के साथ … Read more

तिरस्कार कब तक – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

सुमेधा सुबह सुबह अपने घर पहुंच गयी थी ।रात भर की सफर से थक कर चूर हो गई थी ।घर में कुछ सामान तो पहले से था लेकिन दूध लाना पड़ेगा।चाय पीने की आदत है तो जुगाड़ करने के लिए जुट गयी ।बगल में ही गाय का खटाल था।जाकर दूध लाना है ।दूध लाकर चाय … Read more

“मन की गाँठ – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

“मेरी रचना मन की गाँठ में पांच पात्र हैं जिनके मन की गाँठ खुल नहीं रही ।आगे देखते हैं क्या होता है ।इस कहानी में राघव जी उनकी पत्नी सीमा,उनका बेटा विनय उसकी पत्नी विभा और एक शादी शुदा बेटी रीना है ।पहले राघव जी की सुनते हैं—मेरा बेटा विनय बहुत अच्छा और आज्ञाकारी है।मैं … Read more

समझौता अब नहीं – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

मीता दुबली पतली ‘नाजुक सी प्यारी लड़की ।पढ़ाई मे ठीक ठाक ।पिता को बहुत मन था बेटी डाक्टर बने।लेकिन पैसे की कमी और हालात के चलते यह सपना पूरा नहीं हो सका। ग्रेजुएट हो गई तो शादी की तैयारी होने लगी ।बहुत जगह बात चलती और फिर खत्म हो जाती ।कहीं पैसे की मांग ‘कहीं … Read more

माधवी – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

    आफिस से आते ही रमण दरवाजे पर ताला देख झुंझला उठा,” यह कोई समय है…ताला बंद कर बाहर तफरी करने का… माधवी भी न।”    रमण  बैग उलट-पुलट कर चाभी ढूंढने लगा… नहीं मिला…जेब में भी नहीं मिला… थका-हारा इंसान…इस समय कहां जाये… आज ही पैंट चेंज किया था लगता है चाभी उसी में रह गई। … Read more

“स्वार्थी संसार ” – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

कल रात मैंने नींद की बहुत सारी गोलियां खा ली।थोड़ी देर बाद जोरों की प्यास लगी, एक हिचकी आई और पिंजरे का पंछी उड़ गया ।मै अब उन्मुक्त आकाश की ओर जा रही हूँ ।मेरा शरीर निर्जीव हो कर पड़ा है ।सुबह घर के लोग आकर देखेंगे तो हाय तोबा मचेगी, फिर रोने धोने का … Read more

दिखावे की जिंदगी – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

रमा कान्त जी अकेले चले जा रहे थे ।मंजिल का कोई अता-पता नहीं है ।पत्नी एक महीने पहले ही गुजर गयी है ।दो बेटे हैं ।शादी शुदा ।अपनी गृहस्थी में मगन ।जब नौकरी में थे तभी पत्नी सरला के बहुत कहने पर एक छोटा सा आशियाना बना लिया था ।साधारण पोस्ट पर ही थे वह। … Read more

error: Content is protected !!