रंगहीन से रंगीन – सुनीता संधू : Moral Stories in Hindi

घंटी की आवाज सुनकर राधा रसोई से बाहर आई। तौलिए से हाथ पोंछकर वह दरवाजे तक गई। उसने देखा बाहर पोस्टमैन खड़ा था। उसने उसे एक निमंत्रण पत्र दिया। दरवाजा बंद कर अंदर आते हुए वह उसे ध्यान से देखने लगी। यह उसकी मासी के बेटे रवि के विवाह का निमंत्रण पत्र था। आने वाली … Read more

error: Content is Copyright protected !!