माँ भाग्यशाली हैं, जो आप-सी बहू मिली – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi

माँ रूपा को देख खुश हो गई। कुल्हे के आपरेशन के बाद वे कल ही घर आयी थीं।      रूपा चालीस किलोमीटर से रोज माँ से मिलने अस्पताल आती थी। वह उनकी जितनी  कर सकती थी सेवा करती। कभी आटो से तो कभी बस से। उसके दो बच्चे थे। बड़ा बेटा पाँचवी में व छोटा बेटा … Read more

पापा मैं छोटी से बड़ी क्यूं हो गई – सुनीता परसाई : Moral Stories in Hindi

रवि व सुषमा की शादी को पाँच साल हो गये थे।सब सवाल करते क्या बात है।कब तक की प्लानिंग है।वे दोनों बच्चे के लिए परेशान थे। पाँच साल बाद सुषमा के पांँव भारी हुए। घर में खुशी की लहर छा गयी। परिवार वाले सभी उसका ध्यान रखते। रवि रोज आफिस से आते समय सुषमा की  … Read more

भाग्यहीन – सुनीता परसाई   : Moral Stories in Hindi

शुभ्रा जैसा नाम था, वैसी ही सुन्दर गोरी चिट्टी तीखे नैन नक्श वाली थी। दिनभर चाची के तानें सुनती रहती ।आँसू छिपाये काम करती रहती। जन्म के साथ ही माँ भगवान को प्यारी हो गई। शुभ्रा की माँ व चाची बड़े प्रेम से रहती थीं।मरते समय शुभ्रा की माँ चाची की गोद में शुभ्रा को … Read more

अपनों का साथ – सुनीता परसाई, : Moral Stories in Hindi

रोहन माता-पिता का इकलौता दुलारा बेटा था।माता-पिता खेती करके गुजारा करते थे।जमीन थोड़ी-थोड़ी बेचकर हर साल उसकी इंजीनियरिंग कालेज की फीस जमा करते थे।इसी आशा से कि चार साल बाद सब ठीक हो जायेगा। बेटा होनहार था ।पढ़ाई समाप्त होने के पहले ही उसे अमेरिका में अच्छी नौकरी मिल गयी। माता- पिता ने सोचा विदेश … Read more

पुरस्कार – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi

सुगना अपनी  नातिन का हाथ थामे उसे शहर के जूडो-कराटे स्कूल लेकर जा रही थी।वह हमेंशा हाथ में डंडा रखकर चलती थी।गाँव में उसे सब ‘डंडे वाली अम्मा’ कह कर बुलाते थे। रास्ते में सब्जी की दुकान देखकर सुगना को याद आया, कैसे उस दिन वह डण्डा लेकर दौड़ी थी। एक दिन एक ग्राहक उसकी … Read more

सुरक्षा – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi

सुगना अपनी  नातिन का हाथ थामे शहर के जूडो-कराटे स्कूल लेकर जा रही थी।वह हमेंशा हाथ में हंटर रखकर चलती थी।गाँव में उसे सब हंटर वाली अम्मा कह कर बुलाते थे। रास्ते में सब्जी की दुकान देखकर सुगना को याद आया, कैसे उस दिन वह डण्डा लेकर दौड़ी थी। एक दिन एक ग्राहक उसकी दुकान … Read more

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