“बचा हुआ दहेज” – सेतु कुमार : Moral Stories in Hindi

गायत्री देवी की ट्रेन का समय हो चला था . उन्होंने अपनी हैंड बैग की बेल्ट कंधे पर डाल ली थी.बेटी राधा  भी मां को विदा करने के लिए खड़ी हो चुकी थीं.जाने देने का मन कहां था उसका पर वो जानती थी कि पांच बजे वाली ट्रेन के बाद देर रात तक सूरजपुर जाने … Read more

गृह प्रवेश – सेतु कुमार : Moral Stories in Hindi

बिंदिया  बहु बनकर ससुराल  आ गयी थी. बहु के गृह प्रवेश की विधि पूर्ण कर सास गायत्री देवी ने बिंदिया के मायके से आए सारे सामान को एक खाली कमरे में रखवा कर लॉक कर दिया था.ताकि एक दो दिनों में मेहमानों की विदाई के पश्चात वो आराम से सारे सामान को खोल कर देख … Read more

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