तिरस्कार कब तक – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

रजत और मनीष दोनों ने साथ साथ ही स्कूल से कॉलेज तक की पढ़ाई पूरी की । रजत के घर में ज्यादा सुविधा न होने की वजह से उसने आगे की पढ़ाई औरंगाबाद रहकर ही जारी रखी मगर मनीष का घर हर तरह से संपन्न होने की वजह से वह आगे की पढ़ाई के लिए … Read more

शुभ विवाह – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 मुझे आज भी याद है ! जब हमारा रिश्ता पक्का हो चुका था! घर पर विवाह की तैयारियां चल रही थी ! मैं खुश तो बहुत थी मगर आने वाली जिंदगी को लेकर मुझे फिक्र भी लगी रहती थी। मैं यह सोचती रहती थी ! क्या ये वही इंसान है! जिसे मैं अपना दिल और … Read more

अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारे कलेजे में ठंडक – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 सखियों ये कहानी शुरू होती है एक छोटे से गांव से। जिसमें  बहुत ही छोटे से परिवार में एक बूढ़ी अम्मा और उसके पोते राजू और उसके पोते की बहू धनिया रहते हैं। मैने (अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारे कलेजे में ठंडक ) इस कथन पर दो तरीके से इस कहानी में दादी अम्मा … Read more

  इज्जत इंसान की नहीं पैसे की होती है – सीमा सिंघी  : Moral Stories in Hindi

तानी का मन बड़ा उदास रहता था ! उसकी सासू माँ प्रतिमाजी   हमेशा उसके मायके वालों को लेकर कुछ ना कुछ सुनाती रहती थी ! वही जेठानी रूही को हमेशा प्यार जताती रहती थी ! कारण था तानी के मायके वालों का ज्यादा अमीर ना होना और उनका सादगी से रहना ! वहीं रूही … Read more

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