समझौता अब नहीं – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
जैसे-जैसे मानसी के मौसेरे भाई तेजस के विवाह का शुभ दिन निकट आ रहा था, उसके हृदय में उल्लास की लहरें हिलोरे ले रही थीं। “घुड़चढ़ी की रस्म में यह मखमली हरी साड़ी पहनूँगी और बारात के लिए वह सुनहरी लहंगा। सभी आत्मीयजनों से भेंट होगी! अहा, कितना आनंद आएगा!” मानसी अपने मन के भीतर … Read more