“प्रायश्चित” – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

हरीश एक संयुक्त परिवार का किसान का बेटा है । उसके पिता और चाचा दोनों ही किसान है । हरीश के दादाजी माधव प्रसाद गांव के माने हुए किसान हैं । उनके कई बीघा जमीन पर खेती-बड़ी होती है । दादाजी के दो बेटे हैं एक मेरे पिताजी सुरेश दूसरे मेरे चाचा नरेश । चाचा … Read more

“सम्मान की सूखी रोटी” – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रामचरण जी की शहर में ऑटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग की फैक्ट्री है । रामचरण जी एक सुलझे हुए दयाशील सर्वगुण संपन्न बहिर्मुख व्यक्तित्व के मालिक हैं । व्यवहार कुशलता ही उनके जीवन की आधारशिला है । जो उनके पारिवारिक संस्कारों को आधार है । अपने पारंपरिक व्यवहार कुशलता भाव भंगिमा से परिलक्षित होती है । यही … Read more

 मन की गांठ : सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

आज सुमन तैयार हो 7:00 बजे घर से निकल गई । कॉलेज के लिए । आज 15 अगस्त है । कॉलेज के फंक्शन की तैयारी आदि ठीक-ठाक है । उसका सारा स्टाफ तैयारी में लगा था आज के फंक्शन की । सबसे महत्वपूर्ण विषय है कॉलेज की भूतपूर्व प्रधानाचार्य प्रिंसिपल प्रभा जी चीफ गेस्ट बन … Read more

“समझौता अब नहीं” —  सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

आज शाम से ही राम रतन जी की दुकान पर बहुत भीड़ थी । कारण कल से नवरात्रि व्रत स्थापना है । सब अपने सामान के लिए जल्दी कर रहे हैं ।  रामू भी अपने हाथ पैर जल्दी-जल्दी चल रहा था । जल्द से जल्द सामान ला ला कर ग्राहकों की मांग पूरी कर रहा … Read more

“संयुक्त परिवार” – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

आदिकाल से संयुक्त परिवार की प्रथा रही है । संयुक्त परिवार समाज की महत्वपूर्ण इकाई है । आज के समाज में धीरे-धीरे संयुक्त परिवार में बिखराव आता जा रहा है । देश में शिक्षा का महत्व निरंतर अपनी उन्नति की दिशा में फैल गया है । साथ ही साथ विज्ञान का आगमन अपनी तेज गति … Read more

 “स्वार्थी संसार ” – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

घुंघरू के स्वर की मधुर लहरी, खुरो के पद चाप का संगीत, खुरों से उड़ती धूल की सुगंध, कोयल की कुहू कुहू की मादक सुरीली मस्त आवाज, मानो ऐसी लग रही थी कि यही जीवन है । सूर्य देवता भी इस मनोरम दृश्य से मदहोश होकर ऐसे झांक रहे हैं, जैसे नई-नई दुल्हन अपने घूंघट … Read more

दिखावे की जिंदगी – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रघुराज जी एक माने हुए वकील हैं । उनकी वकालत बहुत अच्छी चलती है । उनके पास केसो की लाइन लगी रहती है । लोगों का मानना है जो केस वह लेते हैं निश्चय ही जीते हैं । वह बहुत ही बारीकी से केस की रीडिंग करके उसका दोनों पक्षों का वादी और प्रतिवादी हल … Read more

नफ़रत की दीवार – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

सेठ भगवान दास जी का आढ़त का व्यापार है । वह अनाज के थोक विक्रेता हैं । वह बहुत ज्यादा सेठ नहीं है । मध्यम वर्गीय सेठ है । सेठ तो उनके दादाजी ने उनका सरनेम दिया हुआ था । भगवान दास जी की पत्नी सरला जी व्यवहार कुशल और सामाजिक महिला है । उन … Read more

आंसू बन गए मोती – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रामदीन एक गरीब रिक्शावाला हंसमुख नेक दिल व्यक्ति है । उसकी पत्नी रमिया (रामेश्वरी) भी अपने पति की तरह ही हंस मुख स्वभाव की है । उनकी एक बेटी है राधिया । रामदीन सुबह 6:00 बजे चाय के साथ दो रोटी खाकर अपना रिक्शा लेकर निकल जाता है । दोपहर का खाना वह एक छोटे … Read more

स्नेह का बंधन – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

मैं अलार्म की आवाज सुनकर उठी | घड़ी की ओर देखा 6:00 बजा रही थी | मन कर रहा था कि थोड़ी देर और सो जाऊं | मौसम बड़ा सुहावना हो रहा है | हल्की-हल्की बारिश की बौछार, मंद मंद हवा | मैं अलसाईं सी 5 मिनट के लिए लेट गई | लेटते ही आंख … Read more

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