प्रायश्चित – सरोज देवेश्वर : Moral Stories in Hindi

आज बेटी पराई हो जाएगी. ये सोचकर सुधा कुछ उदास सी हो गई. वो दिल का टुकड़ा जिसे रात रात भर जागकर पाला. कितनी कमजोर थी. डॉक्टर ने भी उसके पैदा होने  पर कोई  संतोषजनक उत्तर नहीं दिया था. फिर भी उसनेआशा नहीं छोड़ी थी. डॉक्टर्स की दी हिदायतों का अक्षरशः पालन  किया. वसुधा के … Read more

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