ऑंसू बन गए मोती – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

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 आज शशि अपनी मेहनत और लगन के बल पर  मशहूर  शेफ बन चुकी है।कुछ दिनों पहले शशि ने  खुद की डिशेज की किताब भी लाॅन्च  की।उसकी तस्वीर एक प्रसिद्ध पत्रिका में छपी थी।उसके नीचे तारीफ में लिखा था’मशहूर शेफ शशि जी ने अपनी डिशेज की किताब भी लाॅन्च की है,जिसे अत्यधिक सराहना मिली है।उस पत्रिका … Read more

टका-सा मुॅंह लेकर रह जाना – डॉक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

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प्राचीनकाल में  किसी जंगल में नदी किनारे एक जामुन  के पेड़ पर एक बंदर रहता था।बंदर उस पेड़ के मीठे-मीठे जामुन खाता और अपने दिन आराम से बिताता, परन्तु उस बंदर के दिल में एक ही मलाल था कि उस निर्जन वन में उसका कोई दोस्त नहीं था।अकेलेपन के कारण बंदर कभी-कभी उदास हो जाता … Read more

स्नेह -बंधन – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

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कथा नायक सुरेश मिश्रा जिस शादी को बंधन समझते थे,आज उसी  बंधन के स्नेह में  डूबकर अपने भाग्य पर रश्क कर रहे हैं।पत्नी मीता और दोनों बेटे के स्नेह -बंधन में बॅंधकर उन्हें ज़िन्दगी की खुबसूरती का एहसास होता है,इसके लिए सिर झुकाकर बार-बार ईश्वर का नमन करते हैं।एक बात तो सत्य है कि अगर … Read more

एक फैसला आत्मसम्मान के लिए – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104436.080

पुराणों में वर्णित है कि बहुत पुण्यकर्म करने के बाद मनुष्य योनि में जन्म लेने का सौभाग्य प्राप्त होता है। मनुष्य योनि प्राप्त होने पर व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह अपनी जिन्दगी को व्यर्थ  बनाऍं या  अपने आत्मसम्मान की खातिर एक फैसला लेकर अपनी जिन्दगी को एक नया आयाम दे। कबीरदास जी ने … Read more

अरमान निकालना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 100

सुधा का वर्षों पूर्व अरमान अपना घर का सपना आज पूरा होने जा रहा था अपने अरमान पूरे होने के कारण हर्षातिरेक से सुधा के पैर जमीं पर नहीं पड़ रहे हैं ।बेटा -बहू गृहप्रवेश की पूजा पर बैठे हुए हैं। पंडित जी की मंत्रोच्चार की ध्वनि वातावरण में पवित्रता का एहसास करा रही है। … Read more

पैसे का गुरुर – डाॅ संजु झा  : Moral Stories in Hindi

New Project 42

रीना को दफ्तर में   खाली बैठे -बैठे  काफी समय हो चुका था।काम तो कब का खत्म हो चुका था, परन्तु घर जाने की इच्छा नहीं होती।घर का भांय-भांय करता सन्नाटा और खालीपन उसे डराता।काफी समय हो जाने पर उसका ड्राइवर आकर कहता है “मैम!अब घर चलें?” रीना हाॅं कहकर थके हुए कदमों से गाड़ी … Read more

विष उगलना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

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महाभारत युद्ध में मद्र-नरेश शल्य पांडव पुत्र नकुल और सहदेव के मामा थे। महाभारत युद्ध अवश्यंभावी होने पर राजा शल्य भी पांडवों की ओर से युद्ध में शामिल होने के लिए कुरुक्षेत्र की ओर चल पड़े। यात्रा  के दौरान जब वे हस्तिनापुर  पहुॅंचे,तो उन्होंने वहाॅं बहुत बड़ा विश्राम स्थल देखा ।उस विश्राम स्थल में अपना … Read more

अनकहा दर्द – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

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 बारह वर्षीय मासूम अंश के चेहरे पर अचानक से अनकहे दर्द की बदली छा गई। माता-पिता की  आकस्मिक मौत ने अंश की मासूमियत छीन ली।अंश  के पिता की नौकरी मुंबई में थी और मॉं  की नौकरी  जयपुर में थी। दोनों अपने तबादले के लिए  प्रयासरत  थे,इस कारण अंश  दिल्ली के स्कूल  के हॉस्टल में रहकर … Read more

बट्टा लगना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

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कुछ बच्चे माता-पिता की प्रतिष्ठा  धूमिल  कर  उनकी इज्ज़त  पर बट्टा लगा देते हैं, जिससे समाज में उनका सिर शर्म से झुक जाता है। शशि भूषण सिंह ने सपने  में भी  कभी नहीं सोचा था कि अपने बेटे निखिल की करतूतों  के कारण उन्हें समाज में शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है। शशि भूषण सिंह के … Read more

ढ़लती साॅंझ – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

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कमला जी की जिंदगी ढ़लती साॅंझ  बन गई है,जहाॅं से रात ही शुरू होनेवाली है।अपने बड़े से घर में एकाकी जीवन जीते हुए उनके मन में तरह-तरह के ख्याल आते रहते हैं। व्यक्ति की जिंदगी में बालपन सुबह की प्यारी धूप की तरह होती है,जहाॅं सब कुछ सुनहरी आभा से लिपटा हुआ महसूस होता है। … Read more

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