“!!!! वंश !!!!” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” अरे राहुल कहाँ जा रहा है भाभीजी को लेकर इस समय !” देवेन ने अपने दोस्त को रोकते हुए पूछा । ” अरे यार एक डॉक्टर का पता लगा है जो गर्भ मे बच्चे की जांच करती है और अगर कुछ इधर उधर हो तो गर्भपात भी कर देती है तो बस तेरी भाभी … Read more

मासूम फूलों को संभालिये – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

वो अपनी तकलीफ किसी को नही बताती बस अकेले में घुटती जाती थी। धीरे धीरे उसे खुद से घृणा होने लगी अपने जिस्म पर उसे चींटियां सी रेंगती नजर आती और वो पागलों की तरह स्नानघर में घुसकर नहाने लगती मानो वो चींटियां हटा रही हो। ” क्या बात है तृषा बहुत दिनो में देख … Read more

अभी तो मैं जवान हूँ – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” अरे ये क्या कर रहे हो अब क्या तुम्हारी उम्र है बच्चों के साथ उछल कूद करने की !” अपने पति मोहन बाबू को पोते पोतियों के साथ खेलते देख कुमुद जी बोली। ” राघव की मां उम्र का क्या है वो तो बस एक नंबर भर है दिल तो अभी बच्चा है तो … Read more

हमारे लिए दुल्हन ही दहेज़ है – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

विवाह का दिन था। एक दिन पहले से ही घर के हर कोने में सजावट और रोशनी की चकाचौंध थी। प्रिया का घर एक सपने जैसा लग रहा था, जैसे किसी उत्सव की तैयारियों में पूरी रौनक जुटाई गई हो। सभी रिश्तेदार, दोस्त, और आसपास के लोग इस खास मौके का गवाह बनने के लिए … Read more

पति अपना और उससे जुड़े रिश्ते ..??- संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” कृति बड़ी जल्दी ऑफिस ज्वाइन कर लिया तुमने। तुमने तो एक महीने की छुट्टी ली थी ना ?” अपनी सहकर्मी कृति को ऑफिस में देखकर रूपाली ने पूछा। ” बस यार घर में बोर हो रही थी सोचा वापिस ऑफिस ही ज्वाइन कर लूं !” कृति बोली। ” बोर और वो भी इकीस  दिन … Read more

हमें अपनी पहली संतान की खुशी है अफसोस नही – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” मम्मा कुहू के जन्मोत्सव का कार्यक्रम किस जगह रखना है ?” केशव ने अपनी माँ कामिनी जी से पूछा। ” अरे कार्यक्रम कुछ नही बस हवन करेंगे क्या फायदा हो हल्ला करके कौन सा लड़का हुआ है !” कामिनी जी मुंह बनाते हुए बोली। ” पर मम्मा भाभी की पहली बेटी के होने पर … Read more

नहीं तो ये रिश्तो के नाजुक धागे कभी भी टूट सकते हैं – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

नीति की शादी को कुछ ही समय हुआ था, और जब वह इस घर में आई थी, तो उसने सोचा था कि परिवार के हर सदस्य का ख्याल रखना और अपनी जिम्मेदारियों को निभाना उसके लिए एक नया जीवनसुख होगा। घर में नीति का स्वागत बड़े ही प्रेम से किया गया, और खासकर उसकी जेठानी … Read more

खुशियों की दिवाली – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शशांक दिवाली आने वाली है, तुम्हारी नौकरी भी नही है… इस बार सब कैसे करना है ” श्रुति ने अपने पति से पूछा। ” श्रुति मैं खुद नही समझ पा रहा हर साल दोस्तों को उपहार देते थे इस बार अकेले तुम्हारी तनख़्वाह से घर चल रहा वही बहुत है । ” शशांक ने रूआसा … Read more

खून के आँसू – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” मैं शादी करूंगी तो बस विपुल से वरना नही !” अंकिता दृढ शब्दों मे बोली। ” बेटा वो तेरे लिए तो क्या किसी भी लड़की के लिए सही इंसान नही है इस बात को समझ तू। हम तेरी भलाई चाहते है इसलिए इस रिश्ते को मना कर रहे है !” अंकिता की माँ रीना … Read more

सिन्दूर की कीमत – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” हेल्लो जी मेरा नाम निशा है मैं आपके पड़ोस मे ही रहती हूँ !” नई नई उस कॉलोनी मे आई आभा से एक औरत बोली। ” जी हेल्लो बहुत अच्छा लगा आपसे मिलकर !” दरवाजे पर खड़ी आभा मुस्कुरा कर बोली। ” आपके घर मे कौन कौन है ?” निशा ने सवाल किया। ” … Read more

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