मैं हूं ना – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi
गाड़ी का हॉर्न लगातार बजाए जा रहा था सुबोध….. सुमेधा 5 मिनट पहले ही…. हां – हां आ रही हूं बाबा ….बोलकर अभी तक नहीं पहुंची थी…. सुबोध कभी घड़ी की ओर कभी दरवाजे की तरफ देखता और उसका गुस्सा बढ़ता जाता … सुमेधा आते ही …ओ सॉरी यार… बोलकर जैसे ही गाड़ी में बैठी … Read more