निर्णय तो लेना ही पड़ेगा ,कब तक आत्मसम्मान खोकर जियोगी – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi
“हेलो शमिता! “ “ हाय तारा!” “ कैसी हो शमिता ..” “ फिट एंड फाइन यार! तुम बताओ कैसे हो ??” “ मैं एकदम ठीक हूँ, पर शायद तुम ठीक नही हो…, रो रही थी क्या??आवाज़ में भारीपन है…” “ अरे! नहीं यार..बस… ऐसे ही …।” “अच्छा रुक शाम को ‘इंडिया हैबिटेट सेंटर’ में मिलते … Read more