घर वापसी – सांची शर्मा : Moral Stories in Hindi

केशव माधव के लिए आज का दिन किसी दिवाली से कम नहीं था क्योंकि आज उनकी मां जानकी की, मौत को हराकर अपने बच्चों के पास घर वापसी जो हुई थी। कितने खुश हैं उनके परिवार में आज सब। अरे हेमा जी क्या बस अपने दोनों लाड़़लो को ही मीठा खिलाओगी, आज तो हम भी … Read more

रक्तदान – मेरा पहला प्यार – सांची शर्मा  : Moral Stories in Hindi

एक अखबार में आर्टिकल के लिए इंटरव्यू देते समय जब कुणाल से पूछा कि आखिर यह काम करने की प्रेरणा उसे कहां से मिली तो मुस्कुरा कर बस यही बोला कि रक्तदान मेरा पहला प्यार है और फिर वह अपनी सांझ के बारे में सोचने लगा। उसे खुद को भी याद नहीं की कब से.. … Read more

उसने बात ही ऐसी की मां-बाप की आंखों से आंसू छलक आए – सांची शर्मा : Moral Stories in Hindi

शादी के 8 साल बाद अखिलेश जी और आभा जी के घर एक फूल सी कोमल कन्या का जन्म हुआ। अखिलेश जी तो मानो आसमान में उड़ रहे थे, उनकी खुशी का तो कोई ठिकाना ही ना था। जहां लड़कों के होने पर घर में बधाई गाने किन्नर आया करते थे, अखिलेश जी ने अपनी … Read more

छोटी मां – सांची शर्मा : Moral Stories in Hindi

अंशु, संजू और राजू अपनी मां समान बड़ी बहन रानी जी के घर नम आंखें लिए बैठे थे जब उनके भांजे आशू ने कहा मामा, मां को अंतिम विदाई देने का समय आ गया है, आ जाओ अपनी बहन के अंतिम दर्शन कर लो। तीनों भाइयों ने भरे मन से अपनी बहन को विदाई दी … Read more

क्या कहें हमारे तो करम ही फूट गए जो ऐसी संतान को जन्म दी – सांची शर्मा : Moral Stories in Hindi

सुरेखा जी और गोपाल जी अपने बुढ़ापे को अंधकार में देखते हुए आपस में बातचीत कर रहे थे कि क्या कमी रह गई थी उनकी परवरिश में जो उनके बेटे अंकित ने इस उम्र में उनको यह दिन दिखाया।  काजल, पूजा और अंकित के पिता गोपाल जी सरकारी स्कूल में अध्यापक थे और उनकी मां … Read more

बहु आंखों में आसूं भर अपने सास के पांव पर झुक गई – सांची शर्मा : Moral Stories in Hindi

एक औरत के लिए उसके पति की खुशी और उनके मान सम्मान से बढ़ कर कुछ नही होता पर क्या एक पति भी अपनी पत्नी के मान सम्मान की रक्षा अपने ही घर में कर पाता है? कामिनी जी और उनके पति पंकज जी का इकलौता बेटा अभिनव जो उनकी शादी के ६ साल बाद … Read more

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