मौन – साक्षी तिवारी   : Moral Stories in Hindi

महेश बाबू आज अपने घर के बरामदे में शर्मिंदा होकर बैठे हुए थे ।उन्हें तो उम्मीद ही नहीं थी कि उनके कर्म इस तरह लौट कर आयेंगे ।तारा  भी अपने कमरे में  दुखी हो कर बैठी अपने अतीत को याद कर रही थीं। तारा गांव के एक गरीब किसान की बेटी थी ।बीस साल की … Read more

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