आखिरी मुलाकात – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ‘‘मम्मी, आप चाय में चीनी बहुत डालती है।’’ अजय का स्वर तल्ख था। ‘‘क्या करूं। कभी कभी अंदाजा नहीं मिल पाता है,‘‘वसुधा के स्वर से लाचारी स्पष्ट थी। ‘‘एक ही काम आप रोज करती है तब भी सही नहीं कर पाती?’’अजय के कथन पर वसुधा का मन भींग गया। यह … Read more

हमारी नयका : एक अव्यक्त प्रेम कहानी(भाग-1) – साधना मिश्रा समिश्रा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज का पूरा दिन ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। नयका को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था कि जिस व्यक्ति के साथ वह सुखपूर्वक पिछले पंद्रह साल से सुखी गृहस्थ जीवन गुजार रहीं थीं। वह पति कहीं और भी प्रेम की पींगे चढ़ा रहा था और इस पराकाष्ठा … Read more

हमारी नयका : एक अव्यक्त प्रेम कहानी(आखिरी भाग ) – साधना मिश्रा समिश्रा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : तेरह वर्ष की उम्र में ही रघु को जो धक्का लगा था, वह जैसे ताउम्र के लिये हृदय में घर कर गया था। घाव उसके भरते ही नहीं थे क्योंकि उस घाव को देने वाला उसका पिता उसकी आंखों के सामने ही उस दूसरी औरत के साथ रहता था। कितनी … Read more

हमारी नयका : एक अव्यक्त प्रेम कहानी(भाग-7) – साधना मिश्रा समिश्रा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : चंदा… तड़प रही थी चंदा अपने नाम की नई परिभाषा से जो उसके लिये कमलकिशोर ने गढ़ा था। आज तक चंदा अपनी चांदनी की स्निग्धता, अपने धवल प्रकाश की सुंदरता के लिये ही जाना जाता था। पहली बार किसी ने दिन में उसके अस्त को अपने कल्याण से जोड़ दिया … Read more

हमारी नयका : एक अव्यक्त प्रेम कहानी(भाग-5) – साधना मिश्रा समिश्रा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : खुमार प्रेम का… कमलकिशोर को नयका से क्षमादान तो नहीं मिला पर आज वह यह समझ गये थे कि उनके जीवित रहते क्षृंगार त्यागी हुई पत्नी के मन के किसी कोने में वे जीवित हैं। वह अपने हृदय से जानते थे कि वह नयका के और अपने बच्चों के अपराधी … Read more

हमारी नयका : एक अव्यक्त प्रेम कहानी(भाग-4) – साधना मिश्रा समिश्रा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : भंवरजाल… आज यह कैसा भाव जाग रहा है मन में। क्या यही प्रेम है जो न जीने दे रही है न मरने दे रही है। उफ…कैसा भवंर जाल है। जितना भी ऊबरने का प्रयत्न करो और गहरे धंसते जाते हो। अब तो अंतिम परिणिति मर कर ही मिलेगी… नयका की … Read more

हमारी नयका : एक अव्यक्त प्रेम कहानी(भाग-2) – साधना मिश्रा समिश्रा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज का पूरा दिन ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। नयका को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था कि जिस व्यक्ति के साथ वह सुखपूर्वक पिछले पंद्रह साल से सुखी गृहस्थ जीवन गुजार रहीं थीं। वह पति कहीं और भी प्रेम की पींगे चढ़ा रहा था और इस पराकाष्ठा … Read more

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