मेरी तो किस्मत ही फूटी है – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi
“नीतिका! तुम हर वक्त यह क्यों चाहती हो कि सब तुम्हारी ही बात माने। यह याद रखो कि घर की मालकिन और बड़ी मैं हूँ न कि तुम।” मंगला अपनी छोटी बहू नीतिका को जोर-जोर से डाँटे जा रही थी। ” माँ! यह भी कोई कहने की बात है? आप ही इस घर की बड़ी … Read more