सगुना – रेनू शर्मा  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सररररररर…….सरसराती सी सगुना कभी एक जगह नहीं टिकती है। दादी कहती “बेकार नाम रखा छोरी का , गुन तो एकहु ना है काहे की सगुना, सब मलंग छोरों वाली करतूतें “ साधारण माता पिता, एक बड़ी बहन पांच साल पहले ही ब्याही गई है। दोनों रुपवती,पर बड़ी बहन जहां धीर … Read more

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