संवेदना का ताप – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi
तड़के ही निशा का फोन आया , कि दीदी आज मैं काम पर नहीं आ पाऊँगी , मुझे तेज़ बुखार आ रहा है… आप आज कैसे भी काम चला लो , मैं कल से अपनी बेटी को भेज दूँगी, आज उसका इम्तिहान है , इसलिए वो नहीं आ पायेगी । सुबह सुबह निशा के फ़ोन … Read more