बहू और बेटी – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi
सपना, रोज़ तड़के ही उठ जाती थी ।उठते ही घर का बुहारा निकालती , साफ़ सफ़ाई करती, अपने बुज़ुर्ग सास ससुर को चाय बनाकर देती.. फिर उनके साथ बैठकर ,ख़ुद भी चाय पीती थी । उसकी सेवा और संस्कार देखकर उसके सास ससुर फूले नहीं समाते थे ,लेकिन उन्हें एक ही दुख था कि उनके … Read more