मेरा क्या कसूर था। – रश्मि पियुष : Moral Stories in Hindi

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मेरी दादी को गुजरे तीस साल हो गए । तब मैं कॉलेज में पढ़ती थी। वैसे तो दादी बहुत ही सुन्दर और सीधी सादी थी। सबके साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार था उनका । पूरे मोहल्ले भर की फेवरेट थीं वो। पर जैसे ही दादाजी का जिक्र होता, उनका पारा सातवें आसमान पर होता । … Read more

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