मुट्ठी से फिसलती रेत. …. – राजश्री जैन : Moral Stories in Hindi
वसुधा जी और आकाश जी जिंदगी के इस पड़ाव पर थक का यह मान चुके थे कि उनका बेटा राघव अब उनके पास नहीं आएगा . वो दोनों बहुत दिनों तक उसका इंतज़ार करते रहे और फिर दुखी हो कर रह जाते थे तो सोचा अब उसे भुला ही देना चाहिए वर्ना अक्सर रात को … Read more